🎤 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ बरसों से संचालित हो रहे जुए अड्डे पर गत रात 1:00 बजे प्रशिक्षु डीएसपी अमन लखीसरानी के खास पत्रकार रूपी मुखबिर की सूचना पर अमन के द्वारा रैकी कर पत्रकार की मुखबिरी को सही पाते हुए जूट मिल पुलिस एवं साइबर सेल की टीम की तैयार कर मकान की घेराबंदी करते हुए छापेमारी कर दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुआ अड्डे से जैसे ही एक जुआरी लघुशंका करने के लिए बाहर निकला वैसे ही पुलिस बल मकान के अंदर घुस गया और किसी को हिलने तक का मौका नहीं मिल पाया. जिस वजह से जुआरियों का शक लघु शंका करने बाहर गए जुआरी पर हो रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बरसों से चले आ रहे हैं निर्भीक जुए अड्डे की शिकायत किसी पत्रकार रूपी मुखबिर के द्वारा की गई थी. इसका कारण यह बतलाया जा रहा है कि पत्रकार दीपावली बख्शीश के रूप में पार्षद से 5000 ₹ की मांग कर रहा था परंतु पार्षद के द्वारा सबको मैनेज करना पड़ता है बोलकर 2000 ₹देने को तैयार था परंतु बात नहीं बनी और पुलिस की रेड हो गई. पकड़े गए जुआरियों में से एक जुआरी ने बतलाया कि जुए में रकम ज्यादा थी की फड़ का नियम है की जो भी 50000 ₹ दिखाएगा उसे ही जुआ खेलने दिया जाएगा. साथ ही तीन दांव जीतने वाले को एक निश्चित रकम अलग से निकाल कर जुआ खिलावाने वाले को दी जाती है. मौके पर पकड़े गए सभी लोग आदतन,पेशेवर जुआरी हैं. जिन्हे पुलिस पहले भी कई बार पकड़ चुकी है किंतु कड़ा कानून नहीं होने की वजह से जुआरियों को मुचलके के पर छोड़ दिया जाता है या फिर 151 कायम कर अगले दिन एसडीम कोर्ट से जमानत मिल जाने वाला अपराध कायम किया जाता है. जुआ एक्ट में गैर जमानती धारा ना होने की वजह से जुए का कारोबार गति से चलता आ रहा है.







