रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय,लोकप्रिय,दमदार,पाठको की पसंद, छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना न्यूज वेब पोर्टल,**टूटी कलम** निडर,निष्पक्ष, निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, पत्रकारिता करना मेरा शौक है,जुनून है,आदत है,दिनचर्या है, मजबूरी है,कमजोरी है, 👉..ना कि आय का साधन है,व्यवसाय है,पेट भरने का जुगाड़ है,और ना ही ..👉 डराने,धमकाने, ब्लैकमेलिंग,उगाही,वसुली,भयादोहन, विज्ञापन,लेने का लाइसेंस मिला हुआ है. संपादक माता सरस्वती का उपासक, कलम का मास्टरमाइंड,बेदाग छवि की पहचान, सच को उजागर करने वाला,लेखक विश्लेषक,चिंतक,विचारक,व्यंगकार, स्तंभकार, हर जगह दिखावे के लिए माइक आईडी लेकर नहीं घूमने वाला @यारों का यार दुश्मनो का दुश्मन@ *चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा 8319293002
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़… विशुद्ध रूप से सट्टे का खेल इंडियन प्रीमियर लीग मैच (IPL) पूरे शबाब पर है. पुलिस मुखबिरी के आधार पर छोटी मछलियां मेंढक पकड़ रहे हैं. जबकि बड़े-बड़े स्टोरी राउरकेला,कोलकाता, नागपुर आदि सुरक्षित स्थानों पर जाकर अपना कारोबार संचालित कर रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ शहर के कोतरा रोड क्षेत्र का बहुत बड़ा सट्टा खाई वाल ने कोलकाता में जाकर किसी होटल में अपना सेटअप अब जमा लिया है. वही करण चौधरी नामक युवक ने सट्टा से तौबा करते हुए श्री खाटू श्याम वाले की रसोई में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं और अपना ट्रांसपोर्टिंग का व्यवसाय देख रहे हैं. वही चांदनी चौक मधुबन पारा का बड़ा सट्टा खाईवाल अज्ञातवास में रहकर सट्टा खिलवा रहा है.
पिछली दीपावली के समय पर एक वर्ग विशेष के युवक के द्वारा लगभग एक करोड़ रूपया क्रिकेट सट्टा में हार जाने के बाद उसके परिजनों के द्वारा आर्थिक सहयोग करने से मन कर दिया गया था जिस वजह से युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद वर्ग विशेष ने राजनीति करते हुए शव यात्रा के दौरान जुआ सट्टा बंद करने की तख्तियां हाथों में थाम कर प्रदर्शन करते हुए खाई वालों की गिरफ्तारी की मांग की गई थी. दहा संस्कार के बाद सर्व समाज, श्री श्याम मंडल,के सदस्यों के द्वारा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन-चार लोगों को गिरफ्तार कर अपना पल्ला झाड़ लिया था. सट्टा खिलाने वाला या लिखने वाला जितना बड़ा आरोपी होता है उतना ही बड़ा आरोपी खेलने वाला भी होता है. जब जुआ सट्टा में रकम जीतकर परिजनों के लिए सोना चांदी के उपहार लग्जरी कार,जमीन, मकान आदि खरीदे जाते हैं तब परिजन उसकी पीठ थपथपाते हैं. उसे समय वे अपने सट्टा खेलने वाले सदस्य को मन नहीं करते हैं. मगर जब उसके द्वारा आत्मघाती कदम उठा लिया जाता है तब पूरा समाज एक हो जाता है.
इन दिनों आईपीएल पूरे शबाब पर है और पुलिस भी लाजवाब है. जो छोटे-छोटे मेंढकों मछलियों को पड़कर अपने द्वारा की गई कार्रवाई की सूची लंबी करते जा रही है. बड़े मगरमच्छ, घड़ियाल, शार्क, व्हेल बड़े ही आराम से विचरण कर रहे हैं. अवसर देखकर राजनीति करने वाले लोग अभी क्यों चुप हैं ? वे अभी पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने क्यों नहीं जा रहे है ? या फिर किसी और की मौत का इंतजार कर रहे है ?