🏹 टिल्लू शर्मा 🖋️टूटी कलम डेस्क वियाग्रा का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना करना मुसीबत में डाल सकता है. वियाग्रा को लेकर दो अलर्ट करने वाले केसेज सामने आए हैं. प्रयागराज में 28 साल के एक शख्स को दो बार प्राइवेट पार्ट की सर्जरी करवानी पड़ी. उसने वियाग्रा की ओवरडोज ली थी. वहीं नागपुर के एक होटल में शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह होटल में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ संबंध बना रहा था उसी दौरान गिर पड़ा. शख्स की जेब से वियाग्रा की गोली निकली.
वियाग्रा को सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवा के रूप में जाना जाता है. बिना एक्सपर्ट की सलाह के इस दवा को लेना काफी नुकसानदायक होता है. वियाग्रा दवा Sildenafil के ब्रैंड का नाम है जिसे लोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल करते हैं. 18 साल और इससे ऊपर उम्र के लोग ही यह दवा खरीद सकते हैं. वियाग्रा लेने से पहले अपनी उम्र, आप जो दवाएं ले रहे हैं और अगर कोई बीमारी है तो इसका जरूर ध्यान रखें. हल्के सिरदर्द से लेकर हार्ट की ब्लड सप्लाई तक रुक सकती है.
आसान भाषा में समझ सकते हैं कि इस दवा से प्राइवेट पार्ट में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है. इससे इरेक्शन मेनटेन रहता है और इंटरकोर्स पॉसिबल हो पाता है. वियाग्रा लेने के 1 घंटे बाद ही काम करना शुरू कर देती है. Sildenafil वियाग्रा लंग फाइब्रोसिस जैसी बीमारी के केस में दी जाती है. इससे ब्लड फ्लो बढ़ता है. ट्रीटमेंट के दौरान इसे 30 से 100 एमजी तक दिया जाता है. जब इस दवा को हाई डोज में ले लिया जाता है तो ब्लड प्रेशर गिर जाता है.
बीपी इतना लो हो जाता है कि हार्ट और ब्रेन की ब्लड सप्लाई बंद हो जाती है. इसे ब्रेन और हार्ट में स्कीमिया हो जाता है. डॉक्टर बताती हैं कि इरेक्टाइटल डिसफंक्शन के लिए यह दवा आईवी यानी इंजेक्शन के रूप में कतई नहीं लेनी चाहिए. इससे ओरल दवा लेने की तुलना में ज्यादा नुकसान होता है. उन्होंने बताया कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए ओरल और आईवी दवाओं से बचना ही बेहतर है. लोकल ऑइंटमेंट या इरेक्शन पंप आते हैं जिनका इस्तेमाल सेफ रहता है.