🏹 टिल्लू शर्मा 🖋️टूटी कलम रायगढ़ …..चाय बेचने वाले मोदी जी प्रधान मंत्री बन गए। चाय के झूठे गिलास धोने वाला छोटू सिंधी रायगढ़ शहर का नामी बिल्डर बन गया यह सब कर्मों एवं तकदीर का फल है। किसी की सफलता को देखकर चिढना एवं जलना मानवीय गुण है । जिसे ना कभी रोका जा सका है और ना ही रोका जा सकेगा। यह संसार एक खुला क्षेत्र है जिसमें हर किसी को अपना भाग्य लिखने की छूट मिली हुई है। कोई किसी की भी परवाह ना करते हुए आगे बढ़ते रहते हैं और मीन मेख, कमी निकालने वाले यही करते रह जाते हैं । इनके तरक्की के मार्ग स्वतः बंद होते चले जाते हैं जो दिखलाई नहीं पड़ते हैं। क्योंकि मेहनत के आगे सारा परिश्रम व्यर्थ हो जाता है। मीठी जुबान एवं धीरे-धीरे बोलने वाले व्यक्ति कपटी किस्म के होते हैं जो अपने आगे किसी को भी कुछ नहीं समझते हैं ।धीरे धीरे उनकी कलई खुले लगती है एवं वे अपने स्थान से पीछे सरकने लगते हैं। इस तरह के लोग जिस थाली में खाते हैं उसी थाली में छेद भी कर देते हैं ऐसा ही कुछ इन दिनों व्यवसाय में अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़ रहे शहर के नामी बिल्डर सुरेश रोहडा के साथ भी हो रहा है। छोटू सिंधी जिन लोगों को अपने ऑफिस में बैठा कर चाय पानी पीला कर आवभगत में जूटा रहता था। वही लोग अब खुलकर उसके विरोध में इसलिए उतर गए हैं कि छोटू बहुत बड़ी कॉलोनी का निर्माण करने जा रहा है एवं छोटू उनकी उदरपूर्ति उनकी इच्छा के अनुसार से नहीं कर पा रहा है। टूटी कलम
एक समय था जब छोटू फुटपाथ पर लोगों के चाय के झूठे गिलास धोकर चाय बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था ।उस समय छोटू की मदद करने के लिए किसी ने भी आगे हाथ नहीं बढ़ाया शिवाय ईश्वर के। लाल साहब की असीम अनुकंपा से छोटू के गर्दिश के सितारे पलट गए धीरे-धीरे करके छोटू ने जमीनों की खरीदी बिक्री का कार्य शुरू कर दिया । कड़ी मेहनत एवं इच्छा शक्ति के आगे भाग्य ने छोटू का साथ दिया और छोटू देखते ही देखते साईं मंगलम नामक कॉलोनी ग्रुप का चेयरमैन बन गया। आज शहर में छोटू के द्वारा बनाई हुई कई कालोनियां आबाद हो चुकी है समय-समय पर उसके द्वारा बनाई गई हर कॉलोनी में लोगों ने अड़ंगा डाल कर काम रुकवाने का अपने स्तर पर भरपूर प्रयास किया परंतु भाग्य के आगे किसी का जोर नहीं चलता है ।लोग अपनी लाइन आगे बढ़ाने की अपेक्षा छोटू की लाइन छोटी करने में तुल गए परंतु लोगों की लाइन छोटी होती गई और छोटू भी लाइन लंबी होती गई। टूटी कलम
इन दिनों में छोटू के द्वारा लगभग 11 एकड़ की जमीन में बाउंड्री वाल निर्माण करवाकर प्लाटिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है .बताया जा रहा है कि 11 एकड़ जमीन में से 3:30 एकड़ जमीन नगर निगम क्षेत्र में आती है जो उसने किसी ट्रांसपोर्टर से खरीदी है एवं इस जमीन से लेकर 7:30 एकड़ शासकीय भूमि है जो किसी भी उपयोग में नहीं आ रही है एवं यह जमीन बेंद्राचुआ पंचायत क्षेत्र में आती है। इस सुनसान क्षेत्र को आवाज करने का बीड़ा छोटू ने उठाया है जो अपने प्रयास से बहुत बड़ी कॉलोनी शहरवासियों को सौगात में देना चाह रहा है। आज जिस जगह पर जंगली जानवर विचरण करते हुए दिखलाई दे सकते हैं। कल उस जगह पर इंसान की चहल पहल शुरू हो जाएगी छोटू ने इस तरह का प्रयास , और प्रेक्टिकल टीवी टावर के पीछे क्षेत्र एवम बोईरदादर क्षेत्र में किया था। जो शत प्रतिशत सफल रहा है। छोटू के राजनैतिक, प्रशासनिक रसूख के आगे सबके रसूख और पहुंच बौने साबित हो रहे हैं। शहर में कुछ लोगों का 1 सूत्री कार्यक्रम रह गया है कि उनके द्वारा रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर छोटू के जमीनों के कागजों की नकल निकालना एवं उसमें अपने अर्ध वकील सरीखे के नियम कानून झाड़ कर छोटू को गलत साबित करना एवं स्वयं को बहुत अधिक बौद्धिक स्तर का समझना। टूटी कलम
छोटू के प्रत्येक काम में रोड़ा इसलिए अटकाने का प्रयास किया जाता है क्योंकि छोटू उनके द्वारा मुंहमांगी रकम देने में अपनी असमर्थता जतला देता है। भाजपा से कांग्रेस में आई एवं पार्षद बनी महिला के द्वारा लगातार अपनी ही पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। शायद रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक का यह निर्णय कांग्रेस के लिए घातक सिद्ध हो रहा है क्योंकि उक्त पार्षद भाजपाई मानसिकता से परे नहीं निकल पा रही है एवं जो कार्य भाजपाइयों को करना चाहिए वह कार्य उक्त पार्षद करने में लगी हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस जमीन पर छोटू निर्माण करवा रहा है वह जमीन उक्त पार्षद के वार्ड के क्षेत्र में नहीं आती है।टूटी कलम