रायगढ़—- कल टूटी कलम ने लिखा था कि लाकडाउन तोड़ने वाले लोगो को भेदभाव गरीब अमीर का भेदभाव भूलकर सबको एक ही लाठी से हांकना होगा पुलिस प्रशासन को तभी लोग सुधरेंगे साथ ही लाकडाउन की समय सीमा खत्म होने से पहले ही अपने हाथ सेंक लेने चाहिए फिर न जाने अवसर मिले न मिले। पुलिस पर रुआब झाड़ने वालो का रुआब भरे चौक पर उतारने का सबसे उपयुक्त अवसर यही है।अभी पुलिस के पास ब्रम्हास्त्र है वह जिसे चाहे अपने तरीके से निपटा सकती है। इस समय किसी की राजनीतिक पहुंच एवं रसूख काम नही आने वाला क्योंकि सभी के आकाओं को भी घर से निकलने पर पाबंदी लगी हुई है। साथ ही जिले में बिक रही अवैध शराब Reserve7 को लेकर दोनों राजनैतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधि पदाधिकारी की चुप्पी भी अनेक सन्देहों को जन्म दे रही है।
आज पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के सख्त आदेश पर पुलिस महकमे ने दुपहिया,चार पहिया वाहन चालकों पर ऐतिहासिक गाज गिरा चालान काटकर इतने रुपये वसूल डाले की यातायात विभाग पूरे साल भर में जितना वसूलता होगा। चालानी कार्रवाई में जूटमिल पुलिस थाना फिसड्डी साबित हूआ जिसने मात्र 2400/-₹ की ही वसूली कर सका।
आज वाहन चालकों पर छापामार शैली में जिस तरह से करवाई की गई।उससे हड़कम्प मचना लाजिमी है तो कार्रवाई भी जरूरी है। वाहनों पर,covid 19,भोजन सेवा,आपातकालीन सेवा,press, आदि के लगे पम्पलेटो की जांच भी अति आवश्यक है। पखवाड़े पूर्व राशन वितरण लगे पम्पलेट के 4 वाहनो की जप्ती की जा चुकी है।
एम्बुलेंस की आड़ में कई तरह के अवैध कार्यो,तफरीह,गलबहियां को अंजाम दिया जा सकता है।जिसका वीडियो मैंने वायरल कर दिया था कि किस तरह से बालाजी अस्पताल की एम्बुलेंस में 8 लोग सवार होकर केवल सोनोग्राफी करवाने के नाम से नगर की फेरी काट रहे थे।
इस ताबड़तोड़ कारवाही में चिर परिचित तिगड़ी अपने पूरे फूल फार्म में कई दिनों बाद दिखी।जिनकी कार्रवाई देखने के लिए काफी समय इंतजार करना पड़ा।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा अपने स्वभाव के विपरीत जब लाठी थामते है तो लग जाता है कि पुलिस प्रशासन पूरे मुड़ में आ चुकी है। उनका साथ देने के लिये एस डी एम आशीष देवांगन,नगर पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर अपने जौहर दिखाने में भी नही चूकते एवं अपने हाथों की करामात दिखलाने से भी नही चूकते। 1+1=11 होते है परन्तु 1+1+1= 111 होते है।

