🔭 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ एनटीपीसी लारा ने 13 सालों में प्रभावितों को न नौकरी दी ना ही मुआवजा दिया और ना ही प्रभावितों को विस्थापित किया ….. अब यही एनटीपीसी लारा अपने दूसरे यूनिट की विस्तार की तैयारी में है ….जिसके लिए जनसुनवाई 20 फरवरी 2023 को ग्राम महलोई में रखी गई है…..एनटीपीसी लारा के इस जनसुनवाई को लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश है खासकर प्रभावित युवा वर्ग इस जनसुनवाई को लेकर जबरदस्त विरोध की तैयारी में है….फ्लाई ऐश डस्ट कांड में एनटीपीसी की फ्लाई एस के परिवहन में लगी लगे 34 वाहन अभी भी मिनी स्टेडियम में जब्ती के रूप में खड़ी हुई है।
जागरूक लोगों को बड़ा आंदोलन करने की आवश्यकता नहीं है । यदि आंदोलनकारी फ्लाईएस के परिवहन में लगे वाहनों का आवागमन ठप्प कर दे तो शायद समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। हम भी पावर प्लांट के विस्तार का विरोध नहीं करते हैं लेकिन उनकी कार्यशैली से पीड़ित अवश्य हैं। पावर प्लांट प्रबंधन को चाहिए कि वह सबका साथ सबका विकास को ध्यान में रखकर कार्य करें तो शायद विरोध के स्वर उठेंगे ही नहीं। अन्यथा जीवन भर झिक झिक,चिक,चिक, किच किच, होते रहने का मार्ग बना रहेगा। अधिग्रहण की जाने वाली भूमियों की राशियों का भुगतान शासन के गाइडलाइन के अनुसार किया जाना चाहिए एवं ग्रामीण युवकों को शर्तों के अनुसार नौकरी दी जानी चाहिए। स्कूल ,कॉलेज, चिकित्सालय, सड़क, बिजली ,पानी, आदि मूलभूत सुविधाओं पर सी एस आर मद की पूरी राशि इमानदारी से खर्च की जानी चाहिए।
पत्रकार वार्ता के दौरान अव्यवस्था का आलम रहा….. पुष्ट सूत्रों ने बतलाया कि एनटीपीसी प्रबंधन के द्वारा कारखाना के विस्तार के लिए आयोजित होने वाली जनसुनवाई में अपना समर्थन एवं चुप्पी साधने के लिए अचानक से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. बताया जा रहा है कि प्रेस वार्ता में शामिल होने के लिए रायगढ़ से गए कुछ पत्रकारों को लगभग 45 मिनट तक पूछा तक नहीं नाही टोका ना ही रोका। वे बेचारे कारखाना के भीतर “गोल गोल रानी इतना इतना पानी” का खेल खेलते रहे और प्लांट का विचरण करते रहे। प्रेस वार्ता के आयोजन की जानकारी मांगने पर किसी ने कुछ नहीं बतलाया। मगर जब प्रेस वार्ता के पश्चात गिफ्ट के डिब्बे दिए गए तो सभी का आक्रोश गुस्सा इंडक्शन की तरह गर्म होकर ठंडा पड़ गया।








