🔭 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र के मुंबई के बाद यदि कहीं रात में चहल पहल गिरधार भीड़ भाड़ देखनी हो तो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पधारे, जहां साहब शराब,शबाब, कबाब आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं बस जरूरत है कुछ जेब हल्की करने की, यहां पर शहर के सभी दिशाओं के असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रात 10:00 बजे के बाद जमना शुरू हो जाता है जिसे भोर तक देखा जा सकता है। चोर, उचक्के, मवाली, अपराधी तत्व, यहीं से खा पीकर जाते हैं और अपने कार्यों को अंजाम देकर वापस यहीं आकर विश्राम करते हैं। जो मौका मिलते ही बस के माध्यम से पलायन कर जाते हैं।
रात्रि 10:00 बजे के बाद गुलजार होता है केवड़ा बाड़ी बस स्टैंड.


ऐसा ही कुछ नजारा रेलवे स्टेशन चौक के आसपास देखा जा सकता है। अपराधी असामाजिक तत्व बड़ी ही बेफिक्री से इस तरह से स्वच्छंद होकर तफरीह करते हैं मानो शहर में पुलिस नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। लोगों के दिलों से पुलिस का डर लगभग लगभग समाप्त हो चला है। शहर के हंडी चौक स्थित दुकान का शटर चोरों के द्वारा तोड़ा जाना पुलिस की रात्रिकालीन गश्त की पोल खोलने के लिए काफी है। पुलिस पेट्रोलिंग वाहन में इकलौता ड्राइवर बेचारा सिवाय हूटर बजाते हुए निकल जाने के अतिरिक्त और क्या कर सकता है। शहर में सिटी कोतवाली चक्रधर नगर जूट मिल कोतरा रोड चार थाने हैं और कमाल की बात तो यह है कि चारों ही थाना क्षेत्र में देर रात तक होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट्स, भोजनालय, मूंगफली मिक्चर के ठेले, एग रोल, चाउमीन ,मंचूरियन, सीक कबाब, सेंटर पान दुकान बीड़ी सिगरेट मिलने के स्थानो में अनावश्यक रूप से चहल पहल देखी जा सकती है। अपराध की बुनियाद इन स्थानों से रखी जाती है और अंजाम दिया जाता है।
कल रात को केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड में घूम रही पुलिस पेट्रोलिंग वाहन में बैठे पुलिसकर्मी के द्वारा अपने चहेते दुकान वालों से लोगो ने यह कहते सुना गया कि आज थोड़ा लाइट कम करके रखो क्योंकि आज अधिकारियों की गस्त है तुम कल से फिर तेज रोशनी कर अपना व्यवसाय सुचारू रूप से चालू रखना। पुलिस के द्वारा पहले से ही इतना कर देने के पश्चात पुलिस पर आखिर कोई कैसे और क्यों विश्वास करने लगेगा।
ब्रेथ एनालाइजर मशीन आखिर किस काम के लिए है… पुलिस विभाग के पास उपलब्ध ब्रेथ एनालाइजर मशीन आखिर कब उपयोग में लाई जाएगी क्योंकि इन दिनों शराब पीकर वाहन चलाने वालों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी होती जा रही है। रात 10:00 बजे के बाद चार पहिया वाहनों में सवार बिगड़ैल नवाबजादे मदमस्त होकर शहर की सड़कों पर वाहन दौड़ाते आसानी से देखे जा सकते हैं। यदि पुलिस इमानदारी से ब्रेथ एनालाइजर मशीन का उपयोग करें तो संभवत एक ही रात में दर्जनों वाहन एवं सैकड़ों बिगड़ैल नवाबजादे शराब पीकर वाहन चलाने के जुर्म में गिरफ्तार किए जा सकते हैं एवं मोटे जुर्माने के देनदार भी हो सकते हैं। पुलिस यदि बगैर किसी दबाव के कार्य करने की ठान ले तो कोई भी कार्य करना असंभव नहीं होगा। पुलिस यह सोच कर कार्य करें की कार्रवाई करने पर ज्यादा से ज्यादा उनका स्थानांतरण ही किया जा सकता है उसके अतिरिक्त और कुछ नहीं किया जा सकता। वैसे भी अब मार्च माह में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन विभाग में व्यापक स्तर पर स्थानांतरण होने की सूची रायपुर मंत्रालय में तैयार की जा चुकी है।







