🎤टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ …नगर से 15 किलोमीटर दूर ग्राम औराभाटा में जिले के बड़े रेत कारोबारी चंद्रशेखर पटेल की लाश संग्धिग परिस्थितियों में उनके घर के बगल पड़ोसी की छत पर पाई गई. जिसकी सूचना पुलिस को मिलने पर कोतरा रोड थाना पुलिस,फोरेंसिक एक्सपर्ट, डॉग स्क्वाड, प्योर लाव लश्कर के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से जांच करने में जुट गई थी. कई लोगों के बयान भी लिए गए मगर बयानों में ग्रामीणों के द्वारा हार्ट अटैक से मृत्यु होना संभावित बताया. स्नेफर डॉग मृतक के शरीर की गंध सूंघकर छत से उतरते हुए मकान मकान के चक्कर काट कर एक कमरे में घुस गया और फिर वापस छत पर चला गया. बारीकी से जांच करने पर मृतक के शरीर को घसीट कर लाने के निशान पड़े पाए गए. इस मामले में जो बातें सामने निकल कर आ रही है उससे स्पष्ट है कि घटना को अंजाम उसी घर के लोग दिए हैं. जिनके घर की छत पर मृतक का शरीर पाया गया. ग्रामीणों में कानाफूसी चल रही है की चंद्रशेखर को नीचे के कमरे में तीन-चार लोगों के द्वारा शराब पिलाकर मदहोश कर दिया गया और उसके बाद तकिए से उसका मुंह दबाकर तकिए पर एक व्यक्ति बैठ गया और एक आदमी दोनो पैर एक आदमी दोनो हाथों को तब तक मजबूती से पकड़े रहे जब तक चंद्रशेखर के प्राण न निकल गए. इसके बाद मृतक के शरीर को घसीटते हुए मकान की छत पर ले गए और शरीर को अन्य मकान की छत पर फेंकना चाह रहे थे किंतु मृतक हृष्ट पुष्ट,बलशाली होने की वजह से प्यार अपने मकसद में कामयाब ना हो सके. इसलिए सुबह यह हल्ला उड़ा दिए कि उनके मकान पर चंद्रशेखर मृत अवस्था में पड़ा है. शायद उसको हार्ट अटैक आया होगा. इसमें सबसे अहम बात यह है कि चंद्रशेखर दूसरे के मकान की छत पर भरी ठंड में अकेला क्या करने जाएगा. गांव के सूत्र दबी जुबान में घटना का कारण अवैध संबंध होना बतला रहे है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मृतक का उस घर में काफी आना-जाना था. जिस घर की छत पर उसकी लाश पाई गई.

मृतक चंद्रशेखर पटेल को बड़े रेत सप्लायर के रूप में जाना पहचाना जाता था. उनकी सभी डंपरों, ट्रेलरों,अन्य सभी वाहनों में “राम राम” लिखा हुआ है. चंद्रशेखर पटेल के रेत भरे वाहनों को खनिज पुलिस के द्वारा कभी नहीं रोका जाता था. जिसका कारण उनकी रिश्तेदारी खरसिया विधायक एवं पूर्व मंत्री से होना बतलाया जा रहा है. वैसे रायगढ़ के तीन बड़े रेत व्यवसाई राजयोग,शिवम सप्लायर,राम राम के संबंध आपस में प्रगाढ़ एवम रिश्तेदारी वाले बतलाए जाते है. मृतक चंद्रशेखर पटेल का रसूख इसी से लग जाता है कि मांड नदी से रेत निकालने की खातिर उनका लोडर वाहन बगैर किसी डर भय के नदी में ही खड़ा रहता है.जिससे डंपरों एवं ट्रेलरों में लगातार रेत भरा जाता है. गर्मी के दिनों में बारिश से पूर्व रेत का भंडारण कर ऊंचे दामों में बिक्री करने का हौसला भी शेखर पटेल मे था. जिले के बड़े उद्योगों में राम-राम की रेत सप्लाई निरंतर की जाती रही है. शेखर ने कभी किसी से दबना नहीं सीखा था. मीडिया के द्वारा उन पर लगातार दबाव बनाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहा मगर शेखर ने उल्टा मीडिया वालों को डरा धमकाकर चलता कर दिया करते थे.

पानी की तरह साफ है पूरा मामला.. यदि पुलिस बगैर राजनीतिक दबाव के कार्य करे तो इस मामले की कलई खुलने में एक दिन भी न लगे. ग्रामीणों के बयान,घर वालों के बयान मृतक के कॉल डिटेल से पूरा मामला साफ हो जाएगा. बरहाल रायगढ़ पुलिस के तेज तर्रार सी एस पी अभिनव उपाध्याय एवं कोतरा रोड थाना प्रभारी विजय चेलक की विवेचना देखने के लिए शेखर पटेल से जुड़े सभी लोग आस लगाए बैठे हैं.








