🎤टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़… रायगढ़ विधायक कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी के द्वारा 16 दिसंबर को रेलवे को लिखे गए पत्र के सहारे न्यूज वेब पोर्टल वाले, मीडिया वाले स्वयं को ओपी चौधरी की नजरों में अच्छा बतलाने की खातिर इस बात को बगैर पुष्टि के रायता फैला रहे हैं कि रायगढ़ से कोरबा ट्रेन चलाई जाएगी. ओ पी के द्वारा 16 दिसंबर को लिखे गए पत्र पर क्या रेलवे के द्वारा इतनी जल्दी संज्ञान लिया जा सकता है. मीडिया वालों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि रेलवे मंत्रालय ने चौधरी की बात को मानते हुए रायगढ़ से कोरबा ट्रेन चलाने के पत्र या लिखित आदेश जारी कर दिए हैं. रेलवे के द्वारा ट्रेन चलाने की खातिर जारी किए गए आदेश की फोटो कॉपी या ई मेल के की कापी जब तक सामने नहीं आएगी तब तक इस बात को केवल हवा हवाई माना जाएगा.
रायगढ़ से कोरबा ट्रेन चलाना इतना सरल नहीं है जितना कि मीडिया वाले समझ रहे हैं. ट्रेन चलाने पर डबल इंजन लगाया जाएगा आगे का इंजन ट्रेन को चांपा ले जाएगा फिर चांपा से पीछे का इंजन ट्रेन को कोरबा ले जाएगा. इस कार्य को करने के लिए मुंबई हावड़ा मार्ग की सभी ट्रेनों के टाइम टेबल में परिवर्तन किया जाएगा. तब जाकर ट्रेन चलाने की अनुमति को हरी झंडी मिल सकती है. यदि किसी भी ट्रेन के ठहराव के समय में 1 मिनट का भी परिवर्तन किया जाता है तो उसे मार्ग पर चलने वाली सभी यात्री गाड़ियों माल गाड़ियों के समय में परिवर्तन किया जाता है. तब कहीं जाकर ट्रेन का 1 मिनट का ठहराव का समय बढ़ाया जाता है.
ओपी चौधरी के द्वारा लिखे गए पत्र को आधार मानकर मीडिया में इस कदर हल्ला मचाया जा रहा है कि यदि रायगढ़ से कोरबा ट्रेन सेवा शुरू नहीं होगी तो ओपी चौधरी की कितनी छीछालेदर हो सकती है. इसका अंदाजा शायद मीडिया वालों को नहीं है. कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी को चाहिए कि इस तरह के भ्रामक समाचार चलाने वाली मीडिया पर लगाम कसना एवम कारण बताओ नोटिस जारी करवाना चाहिए.







