रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय,लोकप्रिय,पाठको की पसंद, छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना न्यूज वेब पोर्टल,**टूटी कलम** निडर,निष्पक्ष, निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, पत्रकारिता करना मेरा शौक है,जुनून है,आदत है,दिनचर्या है, मजबूरी है,कमजोरी है, ना कि..👉.. आय का साधन है,व्यवसाय है,पेट भरने का जुगाड़ है,और ना ही ..👉 डराने,धमकाने, ब्लैकमेलिंग,उगाही,वसुली,भयादोहन, विज्ञापन,लेने का लाइसेंस मिला हुआ है. संपादक माता सरस्वती का उपासक, कलम का मास्टरमाइंड,बेदाग छवि की पहचान, सच को उजागर करने वाला,लेखक विश्लेषक,चिंतक,विचारक,व्यंगकार, स्तंभकार, @यारों का यार दुश्मनो का दुश्मन@ *चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा 8319293002
🛑टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम न्यूज रायगढ़ . जैसे-जैसे दिन बीते जा रहे हैं. वैसे वैसे राजनीति में दखल रखने वालों की दिल की धड़कनें तेज होती जा रही है. भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ने के दावेदार दिल्ली में डटे हुए हैं. ज्ञात रहे कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों पर चुनाव होने हैं और प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटे जीत कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुलदस्ते के रूप में पेश करेंगे.
गृह मंत्री अमित शाह के जांजगीर आगमन के बाद जनता के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस बार छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को कोरबा लोकसभा सीट से भाजपा चुनाव में उतारने जा रही है. ओपी चौधरी गृह मंत्री अमित शाह के अत्यंत करीबी माने जाते हैं. इसलिए हो सकता है कि अमित शाह चौधरी को केंद्र में ले जाना चाहते हो. शाह ने विधानसभा चुनाव के समय ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने की बात कही थी. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने और ओ पी चौधरी के चुनाव जीतने के बाद शाह के इशारे पर ओ पी को वित्त,योजना,आवास, सांख्यिकी जैसे महत्वपूर्ण पद का मंत्री बनाया गया.
ओपी चौधरी वन मैन शो बने हुए हैं.. रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी मंत्री बनने के बाद मुख्यमंत्री से भी आगे निकलने की कोशिश में लगे हुए हैं. वित्त मंत्री के द्वारा बजट पेश करने के बाद प्रदेश में जो भी विकास कार्य होने हैं उन पर मुख्यमंत्री की सहमति होना आवश्यक है एवं सारी घोषणाएं मुख्यमंत्री के द्वारा की जानी चाहिए. राशि आवंटन,भूमि पूजन, शिलान्यास, उद्घाटन लोकार्पण आदि का कार्य मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा किया जाना चाहिए ताकि आम जनता जान सकेगी उनके प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन है. छत्तीसगढ़ की जनता बहुत भोली भाली है उनको यह भी मालूम नहीं रहता की किन-किन विभागों का कौन-कौन मंत्री है. जनता केवल मुख्यमंत्री को जानती पहचानती है परंतु ओ पी चौधरी मीडिया तंत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को पीछे छोड़ते जा रहे हैं. आने वाले समय में जनता ओ पी चौधरी को मुख्यमंत्री समझने लगेगी. हो सकता है कि विष्णु देव साय ने अपनी नाराजगी दिल्ली दरबार में पहुंचा दी हो. इस वजह से ओपी चौधरी को कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी भाजपा के द्वारा अंदर ही अंदर की जा रही हो. बरहाल जब तक लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हो जाती है तब तक कुछ भी कहना राजनीति में संभव होता है.








