रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक,खरसिया विधायक”मंत्री” उमेश पटेल की लोकप्रियता में चार चांद लगा देंगे ये दोनों फ्लाई ओवर ब्रिज
रायगढ़—— वैसे तो इंसान की आवश्यकताए कभी खत्म नही हो सकती परन्तु समय समय आवश्यकताओं को पूरी करी जाये तो इन्सान अपने ऊपर किये गए एहसान कभी नही भूलता और समाज सेवा,जन सेवा की दिशा में किये गए कार्य व्यक्ति को अजर अमर बना देते है।जिसके लाखो उदाहरण देखने,सुनने,पढ़ने को मिल जायेंगे। भलाई हो या बुराई के कार्य इंसान के मानस पटल पर से कभी नही मिट सकते।
बढ़ती जनसंख्या,बढ़ता यातायात का दबाव,सिकुड़ते शहर,सिमटते साधन भविष्य के लिए सुरसा की तरह मुंह फाड़े खड़ी है। जिसका समय पर निदान होना आने वाले समय के लिए फलदायक सिद्ध होगी। प्रदेश में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बने 2 साल हो गए है और इन 2 सालों में प्रदेश सरकार ने जनहित में कोई कार्य नही करवाये है और न ही कोई घोषणा की है। नरवा,गरवा, घुरवा, बाड़ी की योजनाएं लगातार भ्र्ष्टाचार का माध्यम बन रही है। जिसे जनता ने भी नकार दिया है। अफ़सरशाही, नौकरशाही,भ्र्ष्टाचार, अराजकता का बोलबाला है। सड़के सड़के न होकर खेतो की मेड़ बन गई है। आवारा पशुओं का अतिक्रमण है। गौठान जनप्रतिनिधियों की टकसाल बन गई है। खैर छोड़ियो बहुत लंबी फेहरिस्त है। बात मुद्दे पर करते है।
यह कि प्रदेश के टॉप 10 जिलों में रायगढ़ जिले का नाम आता है।इस कमाऊ जिले में काला सोना कोयले का प्रचुर भंडार है।यहां बड़े बड़े उद्योग स्थापित है। विद्युत एवं लोहे के उत्पाद में यह जिला पूरे देश मे अग्रणी है। जिसकी आय से राज्य सरकार की मोटी कमाई होती है। रायगढ़ शहर और जिला बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे है परन्तु इस जिले पर राज्य सरकार एवं जनप्रतिनिधि क्यो ध्यान नही दे रहे है यह समझ से परे है। शहर में वाहनों की संख्या में रिकार्ड इजाफा हुआ है जिसकी वजह से आवश्यकता ने जन्म लिया है।
शहर के चक्रधनगर क्षेत्र में स्थित रेल फाटक लोगो की मुसीबत का कारण बना हुआ है। समय के साथ रेल के परिचालन में भी विस्तार हुआ है। जिस वजह से यहां का रेल फाटक 24 घँटे में 20 घँटे बंद ही रहता है। जिस कारण लोग इस पार या उस पार जाने के लिये घण्टो खड़े रहते है। यहां यह बतलाना लाजिमी है कि फाटक के उस तरफ सारे सरकारी दफ्तर,न्यायालय, कलेक्ट्रेट, वनमंडल, पुलिस कंट्रोल रूम आदि के साथ मेडिकल कालेज, डिग्री कालेज,बालाजी मेट्रो अस्पताल, मिशन अस्पताल एवं कई नर्सिंग होम के अतिरिक्त अधिकारियो के बंगले आदि भी है। कई बार तो गम्भीर मरीजो को लिए एम्बुलेंस भी फाटक खुलने के इंतजार में खड़ी रहती है। इस फाटक को पार करने के बाद 15 किलोमीटर से ही ओड़िसा की सीमा शुरू हो जाती है।
यदि इस दिशा में स्थानीय विधायक एवं जिले के एकमात्र केबिनेट मंत्री ध्यान दे देवें तो आने वाले समय मे विपक्ष इस मुद्दे की आड़ में दुष्प्रचार नही कर पायेगी। चक्रधरनगर चौक पर एक ओवर ब्रिज की जरूरत समय की मांग है। यदि यह कार्य हो जाएगा तो लोगो को लगेगा कि वास्तव में रायगढ़ में प्रकाश है।
इसी तरह से खरसिया वासियो की ओवरब्रिज की वर्षो से लंबित मांग पूरी हो जाये तो फिर खरसिया विधानसभा सीट उमेश पटेल की पट्टे वाली सीट बन जाएगी। भविष्य में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए मितरो के मितर ट्रम्प को उतारना पड़ जायेगा। इन दोनों ओवरब्रिजो को बनवाने में लागत महज डेढ़,दौ सौ करोड़₹ आयेगी जो कि गौठानो से भी कम खर्च में बन जायेगा। क्रमशः——– लगातार