कोण हेला आज्ञा विधायक ? अपराध नही छिप सकता
रायगढ़—- सन 2016 में रायगढ़ के ग्राम संबलपुरी में बीच सड़क पर 1 युवती एवं 1 महिला की वाहन से कुचली लाशें मिलने से सनसनी फैल गई थी जिसकी जानकारी लगने पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक दीपक झा अपनी टीम को लेकर मौका मुआयना पर पहुंचे थे.प्रथम दृष्टया यह मामला सड़क दुर्घटना का लग रहा था परन्तु पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर मामला हत्या का होना पाया गया. अब बारी थी पुलिस की कि इन दोनों हत्प्राणो की पहचान की जिसके लिए पुलिस ने देहव्यापार की संभावना सोचकर इन महिलाओं की फोटो लेकर सोनागाछी से लेकर गंगा जमुना तक की खाक छानी मगर नतीजा शून्य रहा.इस घटना स्थल का मुआयना स्वयं आई जी पवनदेव ने भी किया था. समय के साथ पुलिस अधिकारियों का तबादला हो गया जिसके साथ मामला लगभग ठंडे बस्ते में चला गया मगर कहते है कि अपराध छिपाये नही छिप सकता.कानून के हाथ बहुत लंबे होते है.खून सर चढ़कर बोलता है.इस दोहरे अंधे कत्लकांड को सुलझाने में वर्तमान पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने अपनी प्रतिष्ठा मानकर 4 साल से बंद फाईल खुलवाकर अपने तरीके से पड़ताल करवाई तो गुनाहगार चंगुल में फंस गया.अभियुक्त के रूप में गिरफ्तार अनूप ओडिसा का बिजू जनता दल का विधायक रह चुका है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि उक्त विधायक घटना से 2 दिन पूर्व ब्रजराजनगर के एक होटल में मृतक महिला सहित रुका था.मृतक महिला युवती आपस मे मां-बेटी थी.उक्त मामला ब्लैकमेलिंग ,धन उगाही से सम्बंधित हो सकता है.जिससे पीछा छुड़ाने हेतु पूर्व विधायक ने इस लोमहर्षक कांड को अंजाम तक पहुंचाया हो.बरहाल अभियुक्त अभी रायगढ़ पुलिस की हिरासत में है.जिसका देर सबेर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के द्वारा खुलासा किया जायेगा.