कार्य इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे
रायगढ़—जी हां हम बात कर रहे है रायगढ़ पुलिस की अभूतपूर्व सफलता की जिसके कारण से जनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास जरूर बढ़ा होगा. हम बात कर रहे है सन 2016 में ग्राम सम्बलपुरी में हुए 1 महिला 1 युवती के दोहरे अंधे हत्या कांड की जिसे रायगढ़ पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह ने चुनोती के रूप में स्वीकारा एवं 2 माह पहले ही पदस्थ चक्रधनगर थाना प्रभारी विवेक पाटले को आवश्यक गुरुमंत्र देकर इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने हेतु मार्गदर्शित कर अपने अनुभवी टिप्स दिये. जिसमे विवेक पाटले खरे उतरे एवं पुलिस विभाग का नाम रौशन किये.इस हत्याकांड की कहानी क्राइम पेट्रोल से भिन्न नही है.परित्याग स्त्री से नेता की नजदीकियां,ऐशो आराम, गुलछर्रे, तफरीह फिर शादी का दबाव,रुपयों ,जमीन,जायदाद की ब्लैकमेलिंग फिर हत्या यह सब लगता तो कोई ड्रामा है.मगर इसे सच कर दिखाया ओडिशा के 3 बार के विधायक एवं वर्तमान में शराब निगम के अध्यक्ष अनूप कुमार साय ने 2011 से चल रहे अवैध सम्बंध की परिणीति यह हुई कि पूर्व विधायक ने अपनी अवैध पत्नी एवं उसकी जवान बेटी को छत्तीसगढ़ के बॉर्डर पर लाकर बोलेरो वाहन से कई बार कुचलकर मार डाला एवं निश्चिन्त होकर राजनीति करने लगा.
कहते है कि खून खून को पुकारता है. 2014 के बाद कई पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलीस अधीक्षक, नगर पुलीस अधीक्षक, थाना प्रभारी आये और चले गए मगर इस घटनाक्रम पर किसी ने जोर नही दिया.तकदीर में सफलता जिसके लिखी होती है उसे ही मिलती है.किस्मत पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी विवेक पाटले की जोर मारी एवं अंधे कत्ल की गुत्थी परत दर परत खुलते चली गई और प्रमाण मिलते चले गये.
इस हाई पोलिटिकल, एवं हाई वोल्टेज हत्याकांड की गूंज आने वाले समय मे दिल्ली,छत्तीसगढ़, ओड़िसा में जरूर सुनाई देगी और हो सकता है कि रायगढ़ पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाये