@टिल्लू शर्मा◾टूटी कलम डॉट कॉम#….लाखा गेरवानी स्थित कोल साइडिंग के भीतर चल रहे खेल के समाचार छनकर बाहर आ रहे है कि उक्त गांव में कोयला डंपिंग यार्ड का संचालन किया जाता है। जहां विदेशों से आने वाले “नो स्मोक कोल” एवं ऊंचे ग्रेड के कोयले का भंडारण किया जाता है और बाद में प्लांटों में भेजा जाता है।बस खेल यहीं शुरू हो जाता है। कोयले के परिवहन में लगे वहानो में नीचे लो ग्रेड के कोयले एवं कालिख चढ़े पत्थरों को लोड कर ऊपर ऊंचे ग्रेड के कोयले की परत बिछा दी जाती है ताकि जांच में ऊंचे ग्रेड के कोयला होने का ही अंदाजा लग सके।जिसके बाद वाहन को कोयला अनलोड करने की अनुमति दे दी जाती है। जो कि सेटिंग का ही एक भाग है। टूटी कलम
सूत्रों के अनुसार पहले भी इस कोल डिपो पर मिलावट के कारण कार्रवाई हुई थी एवं मौके से मिलावट युक्त कोयले से लदे वाहन भी पकड़े गए थे। मगर न जाने किन कारणों से कोल डिपो संचालक को बरी कर वाहन चालकों को कुसूरवार ठहरा कर मामला रफा दफा कर दिया गया था। अब देखना है कि कोयला विभाग,खनिज विभाग एवं उद्योग प्रबंधन इन पर क्या कार्रवाई करता है । क्रमशः टूटी कलम