
✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़…2 वर्षो से प्रत्येक समाज के रंग कोरोना संक्रमण की वजह से बेरंग हो गए थे। इस जाते हुए साल में एक बार पुनः “ओमीक्रान” कोरोना के नये वेरियंट की वजह से भय का माहौल बना हुआ है। जनता एक बार पुनः लाकडाउन को लेकर सशंकित है। फिलहाल करोना की स्थिति बेकाबू नही हुई है। मगर आने वाले फरवरी माह या होली पर्व तक सचेत एवं सुरक्षित रहने की नितांत आवश्यकता है। टूटी कलम
शहर के बाजारों में पिछले कई दिनों से बड़ा दिन अर्थात क्रिसमस पर्व के कारण कुछ रौनक दिखी बाजारों में छाई वीरानी कुछ कुछ छंट सी गई। क्रिसमस पर विश्वासगढ़ चर्च की सजावट इतनी आकर्षक तरीके से की गई कि शहरवासी इसे देखने से अपने आप को रोक नही पाये जिस वजह से इस जगह मेले सरीखा माहौल बन गया। आस पास लगे चाट,गुपचुप,चाउमीन,मन्चूरियन आदि के ठेलों पर भीड़ लगी रही। मोमबत्ती बिक्री करने वालो की कैंडल खूब बिकी। अन्य मजहब के लोग भी कोई सामान्य तरीके से तो कोई मुंह छिपाकर कैंडल जलाता नजर आये। कई लोग भीड़ कम होने पर चुपचाप जाकर कैंडल जलाएंगे मगर सोशल मीडिया पर विरोध जताएंगे।
चर्च बंद रखा गया … कोरोना संक्रमण के कारण ऐतिहात के तौर पर चर्च के अंदर जाकर प्राथर्ना करने पर चर्च प्रबंधन ने रोक लगा देने की वजह से लोग बाहर की कैंडल जलाकर यीशु को याद कर प्रेयर कर संतुष्ट हुए। टूटी कलम