
✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़। ऐसा लगता है कि जिला प्रशासन की पकड़ भू- माफियाओं पर ढीली पड़ गई है। ऐसे में कोई भी कहीं भी अवैध कॉलोनी बसा आ रहा है तो कोई सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। नजूल जमीनों पर कब्जे की तो चर्चा आम है। अब कृषि भूमि पर भी खुलेआम अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है। जबकि अब कोई भी कॉलोनी बिना रेरा में एप्रूवल के नहीं बसाई जा सकती। शहर के आसपास की जमीनों पर अवैध प्लाटिंग का काम फिर से शुरू कर दिया गया है। पहाड़ मंदिर के नीचे रायगढ़ निवासी व्यापारी करीब 2 एकड़ जमीन पर बिना अनुमति के प्लाट काट रहा है। और बताया जा रहा है कि यहां ₹600 वर्ग फीट की दर से प्लाट बेचे जा रहे हैं। यह पहाड़ मंदिर के पास जामगांव रोड से मात्र 50 मीटर के अंदर हो रहा है। बताया जा रहा है कि अभी भूमि के चारों और बाउंड्री वाल का काम चल रहा है और पता चला कि ना तो लेआउट पास करवाया गया और ना ही डायवर्सन हुआ। यहां से पानी निकासी का भी कोई रास्ता नहीं है। यहां तक कि जमीन तक जाने के लिए रोड भी दूसरे की जमीन पर हैं। इस क्षेत्र में पहले भी अवैध प्लाटिंग की जा चुकी है वहीं अब एक नई कॉलोनी आकार ले रही है। बताया जा रहा है कि जहां अवैध प्लाटिंग होती है वहां अवैध प्लाटिंग न हो इसकी पटवारी की जिम्मेदारी होती है। इसे रोकने का जिम्मा पटवारी पर होता है। ऐसे में अपने विभाग में वरिष्ठ को अवैध कॉलोनी की जानकारी पटवारी ने क्यों छुपाई है जबकि मेन रोड से लगा हुआ अवैध प्लाटिंग हो रहा है। टूटी कलम
