✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़ की बेबाक कलम से…. एस डी एम कार्यालय में हुए विवाद की वजह से अधिवक्ता संघ दिनों दिन बैकफुट पर आकर पैवेलियन वापस लौटने का बहाना खोज रहा है परन्तु कुछ अति उत्त्साहित नव काले कोट धारी आग में घी डालने का कार्य कर संघ की छीछालेदर करवाने में भी पीछे नही है। टूटी कलम
काली पट्टी लगाकर विरोध….. जो लोग विरोध स्वरूप काला कोट पहनकर वकालत करते है। यदि यही लोग सफेद शर्ट पर काली पट्टी लगा लेंगे तो आम इंसान इसको भी जरूरी समझने लगेंगे और ध्यान नही देंगे टूटी कलम
बगैर यूनिफॉर्म के जाएंगे न्यायलय अधिवक्ता संघ ने यह फैसला भी अव्यवहारिक लिया है कि वे अब बगैर यूनिफॉर्म के न्यायलय जाएंगे। बड़े वकीलों के लिए तो कोई मुश्किल नही परन्तु नये वकीलों के लिए जो अपना भविष्य बनाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। मुश्किल होगी क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों से आये लोग इनको पहचान नही पाएंगे साथ ही यदि जब न्यायधीश बगैर कोट पहने वकीलों का न्यायलय में प्रवेश निषेध कर देंगे तब क्या ये विरोध करने वाले लोग न्यायधीशो का विरोध करने पुनः आंदोलन करेंगे। टूटी कलम
पुतलों को 2-2 जूते मारने का अर्थ अपने आप को जूते मारना होगा…कानूनविदों के द्वारा लिया गया निर्णय से आजपुर्र जिले में उपहास उड़ा रहा है। ले देकर पास होकर वकील बने लोग आज यह ज्ञान पेल रहे है कि न्यायालय परिसर में प्रवेश से पहले दो पुतलों भृष्टाचारी एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालो को 2-2जूते रसीद किये जायें। जिसको लेकर आम से लेकर खास तक मे नाराजगी देखी जा रही है और लोगो के दिलो दिमाग मे न्यायधीश, कलेक्टर, एस डी एम,तहसीलदार के प्रति भ्र्रष्टाचारी होने के बीज बोये जा रहे है जबकि जल्दी काम करवाने के नाम पर भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा कौन देता है। ,बाबू,मुंशी,सहाब तक को रिश्वत देने में मध्यस्थता कौन करता है। यह सर्व विदित है। टूटी कलम
जिस थाली में खाये उसी में छेद कर दिये..अधिकारीयो से सेटिंग कर अपनी दुकानदारी चलाने वाले लोग आज अधिकारीयो को भ्र्ष्ट बतलाकर हंसी के पात्र बन रहे है। इसमें जिलाधिकारी से लेकर चपरासी तक को भ्र्ष्टाचारी बतलाया जा है। अधिवक्ता यह स्पष्ट करें कि उनकी लड़ाई आखिर व्यक्ति विशेष के लिए लड़ी जा रही है या फिर न्यायपालिका के खिलाफ..…. टूटी कलम
बगैर प्रमाण के केस जीतने का गुमान शायद कुछ अधिवक्ताओं को यह गुमान हो गया कि बगैर सिर पैर के आरोप लगाकर लोगो की सांत्वना हासिल की जा सकती है। इसलिए अपने साथी के साथ तहसीलदार ने बुरा बर्ताव किया का हल्ला मचाया जा रहा है। जिसका कोई प्रमाण नही है जबकि वकीलों द्वारा शुरू से अब तक के क्रिया कलापो का प्रमाण जिले के लगभग सभी स्मार्ट,एंडरायड, आई फोन में वीडियो के रूप में सुरक्षित हो चुका है। टूटी कलम
औरअंत मे… सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटनाक्रम का दूसरा वीडियो वायरल होने के बाद कुछ वकील फरार बतलाये जा रहे है एवं कर्मचारी संघ पुनः आंदोलनरत हो रहा है। टूटी कलम
9 लोगो की गिरफ्तारी होनी शेष है ? ❓❓❓
तहसील कार्यालय के हंगामे का वीडियो बनाने एवं वायरल करने वाले को 100 तोपो की सलामी
