रायगढ़—– पूर्व में जूटमिल थाना कोतवाली का प्रभार संभाल चुके थानेदार अमित शुक्ला वर्तमान में पुनः इसी थाने में पदस्थ है मगर तब के अमित और अब के अमित में जमीन आसमान का अंतर आ चुका है.अब वे भलीभांति समझ चुके है कि चाटुकारों,अपराधियो से दूरी बनाकर रखने में ही पुलिस की साख होती है वरना लोगो की नजरों में न जाने क्या क्या छवि बनती है वह लिखना मुनासिब नही है.कोरोना माहमारी के चलते जब लाकडाउन कि घोषणा हुई तो लोगो को नही लगा था कि फाटक पार वाला क्षेत्र सर्वाधिक सफल क्षेत्र बन जायेगा.सकल करम से लबरेज इस क्षेत्र को आपराधिक मामलों में सर्वोपरि माना जाता है।सरईभद्दर,नवापारा,डिपापारा,फटाह मुड़ा,बांझीनपाली,कुलीलाईन, कबीरचौक,झोपड़ीपारा,ट्रांसपोर्ट नगर, राजीवगांधी नगर,मिठ्ठुमुड़ा, भक्तिन गली,महरापारा,कयाघाट,जेलपारा,मौदहापारा,सोनूमुड़ा,सोनकरपारा, देवारपारा जैसे अति संवेदनशील क्षेत्रो का थानेदार बनना कोई कम बड़ा सरदर्द नही है.इन क्षेत्रो में मजदूर,गरीब तबका निवास करता है। दादा भैया,छुटभैया नेताओ,की जन्मस्थली इन मोहल्लों में गांजा,शराब,जुआ,सट्टा आदि का अवैध कारोबार बेखोफ चलता है।
इस बार थानेदार अमित शुक्ला ने अपना तौर तरीका बदल डाला है.चंद चाटुकारों की चाटूकारिता के कारण से पूर्व में जो इनकी छवि बनी थी। अब इसके ठीक विपरीत शैली में कार्य करना इनका स्वंय का बदलाव है या फिर पुलिस अधीक्षक की संगत की रंगत का असर है। लाकडाउन के बाद इस थाना क्षेत्र के लोगो की जिस हिसाब से नकेल कसी है वह वाकई काबिले तारीफ है.अलसुबह से देर रात तक गर्म हवाओं के थपेडे सहते हुए लाकडाउन में बेवजह मटरगश्ती करने वाले असमाजिक तत्वों को जिस हिसाब से थपेड़ा जा रहा है,बेवजह फालतू घूमने वाले सड़कछाप मजनुओं को पकड़ पर सड़क के बीच कान पकड़कर उठक -बैठक,दंड-बैठक,मुर्गा बनाने का दंड दिया जा रहा है साथ ही सुबह 10 के बाद सोकर उठने एवं घर से बाहर न निकलने की कसमें खिलाई जा रही है। इसके साथ ही इनके मातहत स्टाफ द्वारा मोटरसाइकिलो से तंग गलियों में पेट्रोलिंग कर अपने अधिकारी का अनुसरण किया जा रहा है।
इन सब के बाद अपने थाना क्षेत्र के भीख मांगने,मेहनत मजदूरी करने वालो,गरीब,असहाय, दिन दुखियो,निराश्रितो के अतिरिक्त लाकडाउन में फंसे 60,70 ट्रक चालको को भोजन करवाना,राशन आदि देना जैसा पूण्य कार्य भी अमित शुक्ला कर रहे है.इनकी कार्यशैली,लगन,भावना देखकर लगता है कि लाकडाउन के पश्चात पुलिस अधीक्षक द्वारा हौशला अफजाई के लिए दिया जाने वाला कॉर्प आफ द मन्थ का पुरस्कार अमित शुक्ला को मिलना तय है।
