✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़…..5 हजार कदम चलने का दावा करने वाली महापौर “जानकी अमृत काटजू” के पद संभालते ही शहर में होने वाले विकास कार्यो को ग्रहण लग गया एवं सभी 48 वार्डो में अवैध निर्माण कार्यो की बाढ़ सरीखे आ गई। सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण दिन दहाड़े,महापौर के वार्ड एवं उनके दिन में 6,8 बार गुजरने वाले मार्ग लक्ष्मीपुर नाले के दोनों तरफ अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण होना किसी से नही छिपा है।दूसरी तरफ पहाड़ मंदिर चिरंजवीदास नगर के अगल बगल किसी कांग्रेसी नेता के द्वारा तो बोईरदादर मार्ग पर ईडन गार्डन के सामने 07 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण करने के मामले मीडिया की खबरे बन कर रह गई। प्रत्येक मामले में निगम प्रशासन नोटिस जारी कर अपना पल्ला झाड़कर गेंद अतिक्रमणकारियों के पाले में डाल देता है। अभी ताजा तरीन मामला शहर के हृदय स्थल सजंय काम्प्लेक्स का है। जहां अनिल उदासी नामक व्यवसाई द्वारा दो मंजिला अवैध निर्माण करवाया जा रहा है। जिस पर कांग्रेस कमेटी के सचिव आशीष शर्मा ने लिखित शिकायत की थी। जिस पर अवैध निर्माण को ढहाने की अपेक्षा व्यवसाई को अपने बचाव के लिए मोहलत दे दी गई। जिस वजह से मामला उच्च न्यायालय में चला गया और निगम प्रशासन का अभयदान का मंसूबा पूर्ण हो गया। टूटी कलम
निगम की दुकानों से वसूली पेंडिंग कर दी गई….निगम के राजस्व अमले ने निगम के द्वारा निर्मित एवँ आबंटित की गई दुकानों से प्रीमियम के लाखों रुपये लेने है एवं भाड़ा न पटा पाने वालों को बेदखल कर पुनः आबंटन करने की योजना को धरातल पर उतारने के लिए किराया बकाया दुकानदारों को नोटिस थमाकर दिनांक तय कर दी गई थी परन्तु महापौर ने अचानक से दिए गए नोटिस को रद्द कर कार्रवाई होने से रोक दी ? टूटी कलम
ऑक्सिजोन के नाम कर की गई करोड़ो रुपयो की आर्थिक हानि….कोरोना काल के दौरान नगर पालिका निगम ने जमकर जनता के धन का दुरुपयोग किया है।जिसका एक उदाहरण शहर में कई स्थानों पर ऑक्सिजोन बनाने के नाम पौधे लगवाकर, लोहे के एंगल लगवाकर,पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए लोहे के बारबेट तार लगवाये गए थे।उचित देखरेख के अभाव में पौधे मर चुके है एवं एंगल,तार आदि चोरी हो गए बतलाया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट भी पुलिस में दर्ज नही करवाई गई है। टूटी कलम
40 लाख रुपयो की कीमत का विद्युत शवदाह गृह का क्या हुआ ? महापौर से जब इस विषय पर जानकारी ली गई तो उन्होंने बतलाया कि क्रियाकर्म के लिये शव नही आ रहे है एवं किसी को भी जरूरत पड़ने पर पहले शव को जलाने के लिए पहले आवेदन देना पड़ेगा। जब शव जलाने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं निगम के कर्मचारी ने बतलाया कि उक्त शवदाह गृह अव्यवस्थित है। जहां 4 सिलेंडर उपलब्ध रहने चाहिए वहाँ एक भी सिलेंडर नही रहता है। टूटी कलम
केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड की दुकानें 20,20 फुट आगे कैसे निकली ? आमतौर पर दुकानों के आगे 3 फिट तक के शैड लगाने की अनुमति निगम से लेना पड़ता है परन्तु केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड की मुख्य सड़क पर निर्माण कर आबंटित की गई 10×10 कि दुकाने 10×30,40 का रूप ले चुकी है। जिस वजह से हर समय व्यस्त रहने वाला यह मार्ग अत्यंत संकरा हो चुका है।किसी के द्वारा शिकायत आवेदन देने पर वही पुराना नोटिस देने का खेल खेल दिया गया है। रसूखदारो के अवैध अतिक्रमण तोड़ने से पूर्व निगम प्रशासन बचाव करने का पूरा समय दे देता है। टूटी कलम
लक्ष्मीपुर चौक एवँ पुलिया चढ़ी अतिक्रमण की भेंट ..महापौर के दिनभर में 6,8 बार आने जाने मार्ग पर लक्ष्मीपुर पुलिया के मुहाने पर दनादन मलमा पाटकर कब्जा किया जा रहा है। फ्रेंड्स ट्रेलर्स के बगल में जगह का समतलीकरण कर कब्जा करने की शुरुआत की जा चुकी है और इसके ठीक बगल में लोहे से निर्मित दुकान पिछले कई वर्षों से रखकर अपना स्थाई कब्जा करने की दिशा में कदम बढ़ाए जा चुके है। जिन्हें भी नोटिस थमाकर खेल खेल दिया जायेगा।
14 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले संजय काम्प्लेक्स का श्री गणेश क्या बारिश में शुरू किया जायेगा….…राज्य शासन ने लोगो की बढ़ती तकलीफों को देखते हुए पूर्व आयुक्त आशुतोष पांडेय की मांग पर संजय काम्प्लेक्स (सब्जी मंडी) के उत्थान के लिए 14 करोड़ ₹ की स्वीकृति प्रदान करने के बावजूद इस दिशा में एक कदम भी आगे नही बढ़ाया गया है। संभावना तो यह लग रही है कि समय सीमा समाप्ति के पश्चात स्वीकृत की गई राशि लेप्स न हो जाये। टूटी कलम
क्या मात्र 7 करोड़ की लागत से दोनो तरफ की मरीन ड्राइव, तीन बत्ती चौक से बोईरदादर चौक तक सड़क,गोवर्धनपुर की सड़क का निर्माण गुणवत्तापूर्ण तरीके से हो पायेगा ? क्या यह कार्य भी हवा हवाई बनकर तो नही रह जायेगा ?
