🏹टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़….. जैसे-जैसे शहर विकास की अंगड़ाइयां ले रहा है और बढ़ रहा है वैसे वैसे पुलिस व्यवस्था चौपट होते जा रही है. शाम 6:00 बजे के बाद पूरे शहर की सभी दिशाओं में यातायात का दबाव बढ़ जाता है. लोग सब्जी लेने भी जाते हैं तो अपनी चार पहिया वाहन को सड़क के किनारे यत्र, तत्र,सर्वत्र खड़ा कर देते हैं। वे नहीं सोचते कि उनके इस कार्य की वजह से पूरे शहर का यातायात बिगड़ सकता है. कहने को तो यातायात विभाग की सूमो वाहन मे विराजित यातायात विभाग के जवानों के द्वारा सुबह शाम गश्त करते हुए वाहन में लगे माइक के द्वारा लोगों को चेतावनी समझाइश दी जाती है परंतु वाहन में बैठे यातायात विभाग के आरक्षक स्वयं को पुलिस अधीक्षक से कमतर नहीं समझते हैं। जो अपने वाहन रोककर, उससे उतर कर कार्रवाई करने की अपेक्षा आगे बढ़ जाते हैं। यदि शहर में बेतरबी से खड़े चार पहिया, दुपहिया वाहनों के चक्को को लॉक कर जुर्माना वसूला जाए तो हो सकता है कि उसके सुखद परिणाम सामने दिखने लग जाए। जिसके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति एवं मजबूत इरादों की आवश्यकता है।
शाम 6:00 बजे के बाद रात्रि 11:00 बजे तक शहर की जनता भ्याक्रांत रहती है। प्रतिदिन संध्या होते ही शहर की सड़कें बाइक राइडर्स के डर से कांपने लगते हैं दुपहिया वाहन में तीन सवारी, चार सवारी घूमना वह भी फर्राटे की गति से एक ट्रेड बन चुका है। इस कार्य में युवतियां एवं महिलाएं भी पीछे नहीं है। बाइकों के निकले साइलेंसर, मोडिफाइड साइलेंसर, टूटे-फूटे वाइजर, रंग बिरंगी चमकीली लाइटें, नंबर प्लेटो पर तरह-तरह के डिजाइन दार नाम लिखे हो ना एक स्टेटस सिंबाल बन चुका है। अगर आरटीओ के अनुसार इन वाहनों पर चालानी कार्रवाई की जाए तो लोगों को गाड़ी थाने में ही छोड़कर जानी पड़ जाएगी। हेलमेट पहनकर वाहन चलाना लोग लगभग भूल चुके हैं इसी तरह जूते पहन कर भी वाहन चलाने का नियम है । जिसे टूटता हुआ आसानी से देखा जा सकता है। शराब पीकर वाहन चलाने पर ₹10000 का जुर्माने का प्रावधान है परंतु शहर में 50% से ऊपर लोग शराब पीकर वाहन चलाते सूंघे जा सकते हैं।
पुलिस अपना कार्य पूर्ण तल्लीनता से कर रही है जिले में अवैध कोयले, कबाड़ ,शराब ,गांजा ,लकड़ी ,जुआ, सट्टा, आदि के मामले आने ,मिलने शून्य हो चुके हैं। जिले में दुष्कर्म, छेड़छाड़ ,मारपीट हत्या के अतिरिक्त अन्य अपराध होने बंद हो गए हैं। जिले के सभी थानों में अमन चैन कायम हो चुका है।
आज की घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार एक युवक एवं युवती शहर के भीड़भाड़ वाले अधिक यातायात दबाव वाले क्षेत्र हेमू कलानी चौक से अपनी कार क्रमांक CG 13 AR 9100 से जा रहे थे कि अचानक उनकी वाहन ने किसी अज्ञात को अपनी चपेट में ले लिया ।जिसके बाद अज्ञात इंसान को लगभग 30 मीटर दूर तक घसीट डाला गया। जिसके बाद वाहन में सवार युवक एवं यूपी कार से उतर कर कार छोड़ कर भाग खड़े हुए। उक्त घटना को देखने वालों के रूम पर खड़े हो गए एवं उनकी रूह कांप उठी। पुलिस के द्वारा घटना में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल भिजवाया गया लेकिन उसकी सांसे थम चुकी थी। मृतक के विषय में फिलहाल कोई जानकारी शाम में नहीं आई है। शहर के एकमात्र ब्लिंकर लाइट वाले सिग्नल चौक पर इस तरह की घटना होने पर पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न उठ खड़े हुए हैं। आखिर सिग्नल चौक से कार इतनी तेजी से कैसे क्रास कर गई। याद भी देखा जाता है की सिग्नल चौक पर जब 10 सेकंड शेष रहते हैं तब से वाहन अपनी दिशा से चलने शुरू हो जाते हैं। सेकंड के शून्य होने तक का इंतजार नहीं किया जाता है. आज की इस घटना के बाद यह लगने लगा है कि सभी चौक चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके हैं। नियम तो यह भी है कि यदि कोई यातायात का उल्लंघन कर गुजरे तो सीसीटीवी में देखकर उसके घर चालान भेजा जाना चाहिए और जुर्माना भी वसूल किया जाना चाहिए।