💣 टिल्लू शर्मा ✍️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ रायगढ़ का पर्यावरण विभाग पिछले कुछ समय से सिर्फ और सिर्फ फ्लाई एस डंप व उद्योगों के समर्थन में जनसुनवाई करवाने में लगा हुआ है जिससे यह अधिकारी मन बड़े हो चले हैं ताजा मामले में हर्ष न्यूज के संवाददाता संतोष साहू जिला पर्यावरण अधिकारी से फ्लाई डंप दम मामले में उनका कथन लेने पहुंचे थे लगभग 45 मिनट इंतजार के बाद उन्होंने विधिवत पर्ची भेज कर अधिकारी को सूचना दी व निवेदन किया कि उन्हें समय दे जब अधिकारी ने उनको किसी तरह का कोई जवाब नहीं दिया गया तो संतोष साहू ने स्वयं जाकर पर्यावरण अधिकारी अंकुर साहू से निवेदन किया कि कृपया 2 मिनट का समय दें जिस पर जिला पर्यावरण अधिकारी अंकुर साहू पता नहीं किस गुमान,घमंड में आकर पत्रकार को चेंबर से बाहर निकलने व औकात में रहने की बात कर दी।
जिसके बाद संतोष साहू ने इस वाक्य की जानकारी अपने पत्रकार साथियों को फोन पर दी फोन पर सूचना मिलने पर सभी पत्रकार साथी जोकि 40 से 50 की संख्या में एक साथ जिला पर्यावरण कार्यालय पहुंचे वह उन्होंने नारेबाजी कर जिला पर्यावरण अधिकारी को माफी मांगने की लिए बाध्य किया।अपनी गलती का एहसास होने पर जिला पर्यावरण अधिकारी अंकुर साहू ने सभी वरिष्ठ पत्रकारों के समक्ष पत्रकार संतोष साहू से माफी मांगी व भविष्य में ऐसा दोबारा ना होने की बात भी कही जिस पर पत्रकार संतोष साहू सहमत व संतुष्ट नजर आए।
यदि पूरे घटनाक्रम का गहरे रूप से पोस्टमार्टम किया जाए तो यह पाया जाता है कि हर्ष न्यूज़ के संवाददाता संतोष साव के द्वारा पर्यावरण अधिकारी को अत्यधिक आदर प्रदान करते हुए 45 मिनट तक बाहर बैठे रहना पड़ा. जबकि इस तरह से किसी का इंतजार करना प्रतिष्ठित पत्रकारों के लिए शर्मनाक माना जाता है. यदि पर्यावरण अधिकारी के द्वारा बाहर बैठे रहने के लिए समय जाया करवाया गया तो यह गलती संतोष की मानी जाएगी उनको बगैर इंतजार किए हर्ष न्यूज़ चैनल के माध्यम से रायगढ़ के प्रदूषण की खबर इस तरह से वायरल कर देनी चाहिए थी कि पर्यावरण अधिकारी उनसे मिलने की खातिर बेताब होकर हर्ष चैनल के द्वार तक जा पहुंचते.
माफी मांग लेने से अपराध का कृत्य कम नहीं हो जाता है ….. पर्यावरण अधिकारी के द्वारा किए गए अपमान से तिलमिलाए संतोष साव ने मोबाइल के माध्यम से अन्य पत्रकारों को बुला लिया एवं पर्यावरण कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की गई. जिसके बाद में पर्यावरण अधिकारी के द्वारा अपनी गलती मानते हुए संतोष साहू से माफी मांग ली गई. लेकिन यहां पर यह प्रश्न उठ खड़ा होता है कि क्या किसी के द्वारा किसी को अपमानित करने के पश्चात माफी मांग लेने से किया गया अपमान क्या कम हो जाया करता है ? मुंह से निकला हुआ शब्द और तरकश से निकला हुआ तीर को वापस लाना भगवान के बस से भी बाहर का विषय है.
संतोष साव का भविष्य उज्जवल होना तय है…. ज्ञात रहे कि एक समय तत्कालीन रायगढ़ कलेक्टर अमित कटारिया ने भाजपा के पूर्व विधायक एवं प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता स्वर्गीय रोशनलाल से कहा था कि गेट आउट फ्रॉम हियर… जिसके बाद अगले दिन ही स्वर्गीय रोशन लाल को गृह निर्माण मंडल निगम का अध्यक्ष बना दिया गया था. कल संतोष साव के साथ हुई घटना को देखते हुए विद्वानों के द्वारा यही आंकलन किया जा रहा है कि कलेक्टर के द्वारा अपमानित किए जाने के बाद जिस तरह से स्वर्गीय रोशनलाल का कद बढ़ गया था उसी तरह से संतोष साव का भी कद पर्यावरण अधिकारी के द्वारा अपमानित किए जाने के बाद हर्ष चैनल में बढ़ सकता है.