💣 टिल्लू शर्मा ✍️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ आज संध्या लगभग 4:00 बजे निकट तहसील पुसौर से एक ग्रामीण जिला मुख्यालय रायगढ़ आकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुंह आने पर बने गांधी प्रतिमा के नीचे सीढ़ियों पर बैठकर मीडिया कर्मियों को आमंत्रित कार अपनी व्यवस्था सुनाई के पुसौर के कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नंदकिशोर सिन्हा ने उससे गाली गुप्तार करते हुए एक दो झापड़ रसीद कर दिए और न्यायालय से बाहर भगा दिया गया।
टूटी कलम से क्या कहते हैं कार्यपालक मजिस्ट्रेट जब हमने पुसौर तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा से वास्तविक स्थिति जानू जी चाहे तो उन्होंने बताया कि उनका विरोध करने वाला व्यक्ति झास्केतन भोय का संपत्ति संबंधित पारिवारिक विवाद चल रहा है। उसके द्वारा अपने रिश्तेदार मान गोविंद भोय को मृत चलाते हुए संपत्ति से उसका नाम विलोपित करने के लिए तहसीलदार पर दबाव बनाया जा रहा था। जबकि सिविल कोर्ट के द्वारा मान गोविंद का नाम संपत्ति में जोड़े जाने का आदेश पारित किया गया था। तहसीलदार को यह जानकारी प्राप्त हुई थी कि मान गोविंद मरणासन्न अवस्था में है किंतु जीवित है। इसलिए उन्होंने झसकेतन भोय से मान गोविंद का मृत्यु प्रमाण पेश करने के लिए कहा था। जिसे सुनकर झसकेतन भड़कते हुए तहसीलदार के न्यायालय में गाली गुप्तार करने पर उतारू हो गया। उसे किसी तरह तहसील कार्यालय से बाहर निकाला गया तब झसकेतन तहसीलदार को देख लेने की धमकी देते हुए वहां से चला गया और रायगढ़ आकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने बैठकर भीड़ इकट्ठी करने का प्रयास कर पुसौर तहसीलदार को गलत साबित करने का प्रयास किया गया। बताया जा रहा है कि झसकेतन भोय ने सीएम के जनदर्शन में भी तहसीलदार के खिलाफ शिकायत की थी एवं अनेकों बार कलेक्टर रायगढ़ के जनदर्शन में भी शिकायते लगातार करता आ रहा है। उसकी मंशा है कि पैतृक संपत्ति से मान गोविंद का नाम विलोपित कर दिया जाए ताकि वह पूरी जायदाद का हकदार बन सके।

ग्रामीण के द्वारा भूख हड़ताल पर बैठने की खबर मिलते ही सिटी कोतवाली थाना प्रभारी शनिप रात्रे गांधी प्रतिमा पहुंचकर ग्रामीण का बयान दर्ज किए। अब सवाल यह उठता है कि ग्रामीण के द्वारा जब कलेक्टर के नाम से आवेदन देना था तो वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने जाकर भूख हड़ताल में क्यों बैठा ❓









