🔭 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम की दूरदर्शी सोच शासकीय अधिकारियों को कर्मचारियों का तबादला साल 2 साल में किया जाना एक शासकीय प्रक्रिया है। यदि उच्चाधिकारी लंबे समय तक पीके रहते हैं तो मीडिया वाले भी उनके स्थानांतरण को लेकर कशमकश में रहते है। जिनके स्थानांतरण के पश्चात उनके गुण गाने वाले उन्हीं के विरोध में दबी जुबान से बोलने एवं लिखने लगते हैं।
पूर्व कलेक्टर भीम सिंह के तबादले के बाद नई कलेक्टर रानू साहू के आने पर एवं पूर्व पुलिस अधीक्षक संतोषी के तबादले के बाद नए पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के आने के बाद मीडिया एवं आम जनता को व्यापक खुशी मिली थी उन्हें लगा था कि अब जिले की कानून व्यवस्था सुधार में आ जाएगी एवं विकास कार्यों में तेजी आ जाएगी परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ इसके विपरीत शहर में ऐसा कोई भी विकास कार्य नहीं हो पाया कि जिस वजह से कलेक्टर रानू साहू को याद रखा जा सके। कानून व्यवस्था में भी कोई परिवर्तन नहीं आया इसके विपरीत शहर में गुंडा तत्व, असामाजिक तत्व,चोर उचक्के, हिस्ट्रीशीटर, कोल माफिया, कबाड़ माफिया, गांजा माफिया, भू माफिया आदि सभी तेजी से फल फूल गए। पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी बेलगाम सरीखे हो गए थे। जिले के सभी थानों में सुबह से लेकर देर रात तक इन्हीं लोगों का डेरा जमा रहता था और नाश्ता पानी का दार चलता रहता था भाईचारे की वजह से उनके सारे कार्य आसानी से कर दिए जाते रहे हैं।
आने वाले 89 वहां के अंदर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिस वजह से सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का तबादला निश्चित रूप से किया जाना है। विधानसभा चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गंभीर हो चुके हैं इसलिए उन्होंने बिलासपुर विधानसभा राजनांदगांव विधानसभा सीट पर अपनी नजरें जमा दी है। भूपेश बघेल नहीं चाहेंगे कि बिलासपुर एवं राजनंदगांव में भाजपा अपना परचम लहराये । इस कारण से बघेल ने छत्तीसगढ़ के तेजतर्रार एवं कड़क मिजाज माने जाने वाले पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह को बिलासपुर का पुलिस कप्तान बनाया गया है। वही धीर गंभीर रहने वाले मगर अपने कार्य में लगे रहने वाले पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा को राजनांदगांव की जिम्मेवारी सौंपी गई है। यह दोनों पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री के अत्यंत करीबी माने जाते हैं। वैसे रायगढ़ जिले की चारों विधानसभा सीट पर कांग्रेश की विजय सुनिश्चित दिख रही है यह हमारे गुप्तचर विभाग ने बतलाया है। इस वजह से पी सदानंद को रायगढ़ जिले का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है।