टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002
🎤टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ … पूरी सृष्टि में अग्रवाल समाज के लोगों को मेहनतकश,कुशल व्यवसायई,धनाढ्य,समाजसेवियों,वर्ग माना जाता है. असंतुष्ट,खिन्न,लोगो के द्वारा इनके विषय में लालची, कंजूस,शोषक, खाट में या आट में धन खर्च करने वाले समाज की भ्रातियां इस कदर फैला दी है की आम जन के दिलो दिमाग में यही अफवाह घूमती रहती है. जब कि अग्र समाज देश की आर्थिक व्यवस्था की रीढ़ है. अग्र समाज के लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा इनकम टैक्स, जीएसटी,आदि जितने भी तरह के टैक्स होते हैं सब देश के खजाना भरने के रूप में दिए जाते है.पूरे देश के प्रत्येक शहरों में अग्र समाज के द्वारा मंदिर, धर्मशाला, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, आदि बनवाकर जन कल्याण के लिए समर्पित किए जाते हैं. देश के अग्रणी उद्योगपतियों में बिरला, डालमिया,मोदी,जिंदल,आदि के नामों को बच्चा बच्चा जानता है.
रायगढ़ के उभरते समाजसेवियों, ठेकेदारों, उद्योगपतियों, बिल्डरों, ट्रांसपोर्टरो कोयला व्यवसाइयों की दृढ़ इच्छा शक्ति मजबूत इरादों की वजह से रायगढ़ शहर में अग्रोहा धाम के नाम से सर्वसुविधा धर्मशाला निर्माण करने की सोच अब धरातल पर आ गई है. शहर के धन कुबेरों ने मुक्त हस्त से धर्मशाला निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया जिस वजह से एक भव्य धर्मशाला का निर्माण हो पाया. जिसका लोकार्पण कल यानि 27 दिसंबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, रायगढ़ विधायक कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी,आदि की गरिमामय उपस्थिति में होने जा रहा है. अग्रोहा धाम धर्मशाला निर्माण हो जाने से महंगे होटलो,शादी घरों,मैरिज गार्डनो पर होने वाले लाखो रुपए खर्च होने से बचा जा सकेगा. इन पर जो खर्च होता है उतना धन बेटी को देने से अधिक पुण्य मिल सकता है.
सेठ किरोड़ीमल जी की नगरी में दानदाताओं की कमी नहीं है. स्वर्गीय सेठ किरोड़ीमल जी ने मानव कल्याण के लिए जितना बनवाया गया था. उन्हीं की वजह से रायगढ़ शहर को पहचान मिली है. उनके कारण ही रायगढ़ के समाजसेवी दानदाताओं का नाम जाना पहचाना जाता है. सेठ किरोड़ीमल जी ने रायगढ़ के लिए जितना भी किया उनके बराबर अग्रोहा धाम पर किया गया खर्च. एक प्रतिशत भी नहीं होगा किंतु अग्रोहा धाम की कल्पना कर उसको साकार करने वाले सभी लोग बधाई के पात्र हैं. इन नव धनाढ्य धन कुबेरों ने रायगढ़ को एक ऐतिहासिक धरोहर बनवाकर,लोकार्पण करवाकर रायगढ़ के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया है.






