🛑टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम न्यूज रायगढ़ बिलासपुर जिले के धार्मिक नगरी रतनपुर में माघी पूर्णिमा एवं आदिवासी मेला मनाया जाता है.मेला देखने के लिए पूरे बिलासपुर जिले के अतिरिक्त आसपास के अन्य जिलों से भी श्रद्धालुगण एकत्रित होते हैं जिस वजह से मेले का आकर्षण देखने लायक होता है.
इस बार मेले का उद्घाटन करने के लिए पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक अमर अग्रवाल को विशिष्ट अतिथि बनाकर मेले का शुभारंभ करने का आमंत्रण दिया गया था. उद्घाटन स्थल पर अमर को देखने एवं उनका भाषण सुनने के लिए हजारों लोग उपस्थित रहे. मेले का उद्घाटन समय संध्या 7:30 बजे का था परंतु विधायक ने समय पर ध्यान न देते हुए. रात्रि 12:00 बजे रतनपुर पहुंचे तब तक उपस्थित जन समुदाय भला बुरा कहते हुए रूखसत हो चुके थे. विधायक का स्वागत खाली पड़ी कुर्सियों ने किया. जिसे देखकर विधायक का पारा गर्म हो गया. उन्होंने आयोजन समिति को फटकार लगाते हुए कहा कि जब भरपूर फंड है तो फिर मेले में श्रद्धालुओं की संख्या कम क्यों है और साफ सफाई व्यवस्था अच्छी क्यों नहीं है. अपने उद्बोधन के दौरान विधायक ने कहा कि नेता लोगों का काम होता है देर से पहुंचना. इसलिए उनको आने में देर हो गई. अमर अग्रवाल शायद यह भूल गए कि वे अब मंत्री ना होकर केवल विधायक मात्र है. गिने चुने उपस्थित लोगों के द्वारा विधायक से चुटीले अंदाज में फब्तियां कसी गई.
अमर अग्रवाल के सामने जब माइक आईडी वाले मीडिया कर्मी बाइट लेने प्रकट हुए तो विधायक अमर अग्रवाल ने मुंह फूलाते हुए. माइक आईडी को हाथों से हटाते हुए बगैर कोई जवाब दिए आगे बढ़ गए. पूरे प्रदेश में वेब पोर्टल की वजह से मीडिया का ग्राफ शून्य तक गिर चुका है. नेताओं के द्वारा अपने हाथों से मीडिया कर्मियों के माइक आईडी हटाते हुए रायगढ़ में भी अक्सर देखा जाता है. नेता लोग बगैर कुछ उत्तर दिए मीडिया कर्मियों को कुछ ना समझते हुए आगे बढ़ जाया करते हैं. इसलिए मीडिया कर्मियों को चाहिए कि जो नेता बाइट देने के लिए आमंत्रित करें, पत्रकार वार्ता आयोजित करें उन्ही नेताओं के समाचार चलाने चाहिए. मगर रायगढ़ के मीडिया वालों को वित्त मंत्री का समाचार लगाए बगैर भोजन हजम नहीं होता है. जो की चाटुकारिता की पराकाष्ठा है.








