टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़… आसमान से गिरे खजूर में अटके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तानाशाही के कारण एनडीए के सामने नत मस्तक होते नजर आ रहे हैं. जिसको देखकर उनके अंध भक्तों को बेतहाशा पीड़ा हो रही है. स्वयं को अवतार,अविनाशी, महामानव, गंगा पुत्र ( भीष्म पितामह) समझने वाले नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार चंद्रबाबू नायडू ने स्थिर करके रख दिया है. इन दोनों ने सरकार को समर्थन देने के नाम पर लोकसभा स्पीकर के अतिरिक्त सारे कामधेनु विभागो के मंत्रालय मांगकर मोदी के लिए रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय,गृह मंत्रालय सरीखे मंत्रालय छोड़ रखे हैं क्योंकि वैसे भी नरेंद्र मोदी पहले नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय के केयरटेकर हुआ करते थे. बाद में वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने और बाद में प्रधानमंत्री बने . सन 2014 में प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने अपने 5 साल 2019 तक केवल विदेशो का भ्रमण,नाटक नौटंकी करने, बहरूपिया बनने में जुमले बाजी करने में गुजार दिए. सन 2019 से 2024 तक का कार्यकाल उन्होंने तानाशाह के रूप में चलाया. जिसमें उनका साथ उनके साथी अमित शाह ने बखूबी से निभाया. सन 2024 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के नाम पर नहीं केवल अपने नाम पर मोदी की गारंटी के नाम पर, राम मंदिर के नाम पर,धर्म के नाम पर, जात के नाम पर, अकेले अपने दम पर सरकार बनाने की कोशिश की. यहां तक की भाजपा की मातृत्व पार्टी आरएसएस की बातें,पार्टी की गाइडलाइन अनदेखी अनसुनी कर दी गई. जिस वजह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मोदी से नाराज चल रहे हैं. हो सकता है कि प्रधानमंत्री बनने के अंतिम समय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा नितिन गडकरी का नाम प्रस्तावित कर दिया जाए. ऐसा होने पर मोदी न घर के रहेंगे ना घाट के रहेंगे. तानाशाह मोदी स्वयं को भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय सेवक संघ से ऊपर समझने लगे हैं. जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है.
मोदी ने अपने 5 साल केवल मनमानी करते हुए गुजार दिए. नोटबंदी देश के लिए काला अध्याय बन चुका है. विपक्ष के नेताओं के यहां आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (ED),इनकम टैक्स,सीबीआई आदि के माध्यम से डराया, धमकाया,चमकाया गया. अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के बैंक खातों को होल्ड करवा दिया गया. गुजरात के अनेक व्यवसाईयों को देश से हजारों करोड़ों रुपए लेकर विदेश भाग जाने दिया गया जिन्हें वापस लाने की भी कोई चेष्टा नहीं की गई. देश की दौलत को दोनों हाथों से लुटाया गया. सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति, गंगा सफाई के नाम पर,एक्सप्रेस हाइवे,वंदे भारत ट्रेनो,राम मंदिर,काशी विश्वनाथ आदि के नाम पर हजारों करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए. जिस वजह से देश में महंगाई बेरोजगारी की समस्या बढ़ती चली गई. रुपए के मुकाबले डॉलर मजबूत होते चले गया. सोने का मूल्य 75000 तोला हो गया जो हर किसी के खरीदने से बाहर हो गया. अडानी अंबानी उद्योगपतियों को गरीबों का हक मार कर सारी सुविधाएं प्रदान की जाती रही. जिस अडानी अंबानी को 5 साल पहले कोई नहीं जानता था आज वे नरेंद्र मोदी की बदौलत एशिया के जाने-माने धनाढ्य बने हुए हैं.
देश के पहले रबर स्टैंप प्रधानमंत्री होंगे मोदी.. यदि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आशीर्वाद पाकर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद ग्रहण करते हैं तो उनकी स्थिति रबर स्टांप की तरह हो जाएगी. जिस तरह से देश के राष्ट्रपति,राज्यपालों, सांसदों, विधायकों, को रबर स्टांप माना जाता है. नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान, आदि के लिए नरेंद्र मोदी का कार्य रबर स्टांप से ज्यादा नहीं रहा जाएगा. मोदी अपनी मनमानी नहीं कर सकेंगे और ना ही तानाशाह बन सकेंगे. नीतीश कुमार की पहली मांग यह है कि बिहार को स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए. लोकसभा स्पीकर, रेल,वित्त,जल संसाधन,पेट्रोलियम,खनिज, शिक्षा,चिकित्सा,सड़क परिवहन,शहरी विकास, कृषि,ग्रामीण विकास,महिला विकास, उद्योग रसायन, आदि जैसे कामधेनु विभागो के मंत्रालय चंद्रबाबू नायडू एवं नीतीश कुमार ने मांगे हैं. नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री, विदेश,रक्षा, जैसे विभागों से संतुष्ट रहना पड़ेगा. चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट कह दिया है कि गृह मंत्री अमित शाह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा.