नंबर वन की तरफ तेजी से बढ़ रहा *टूटी कलम समाचार* पत्रकारिता करना हमारा शौक है, जुनून है, आदत है, दिनचर्या है, कमजोरी है,लगन है,धुन है, पागलपन है ,पत्रकारिता करना हमारे पेट भरने का साधन नहीं है, और ना ही ब्लैकमेलिंग, धमकी,चमकी,देकर, विज्ञापन के नाम पर उगाही,वसूली करने का लाइसेंस मिला हुआ है, संपादक टिल्लू शर्मा लेखक, विश्लेषक, कवि,व्यंगकार,स्तंभकार, विचारक, माता सरस्वती का उपासक,परशुराम का वंशज,रावण भक्त,कबीर से प्रभावित,कलम का मास्टरमाइंड, सही और कड़वी सच्चाई लिखने में माहिर, जहां से लोगों की सोचना बंद कर देते है हम वहां से सोचना शुरू करते है, टिल्लू शर्मा के ✍️समाचार ज्यों नाविक के तीर,🏹 देखन म छोटे लागे, घाव करे गंभीर, लोगों की पहली पसंद टूटी कलम समाचार बन चुका है, सरकार एवं जिला प्रशासन का व्यवस्थाओं समस्याओं पर ध्यान आकर्षण करवाना हमारा पहला कर्तव्य है
🔱टिल्लू शर्मा ✍️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ 🌍 छत्तीसगढ़ 🏹.. पिछले महीने से आम जनता एवं भाजपा कांग्रेस के नेताओं की निगाह रायगढ़ जिले में कांग्रेस के शहर एवं ग्रामीण जिला अध्यक्षों के पद पर होने वाली नियुक्ति पर लगी हुई है. प्रत्येक दिन नए-नए समीकरण सामने आने की वजह से राजस्थान से पर्यवेक्षक सीताराम लांबा को रायगढ़ के लिए पैराशूट लैंडिंग करवाया गया है. जिनको रायगढ़ जिले की राजनीतिक एवं भौगोलिक स्थिति के विषय में जानकारी सुनने हैं केवल कागजों के आधार पर अध्यक्ष पदों की नियुक्ति करना कांग्रेस के गले की फांस बन सकती है. अगर किसी विभाजित व्यक्ति को अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी सौंप दी जाएगी तो कांग्रेस का पतन सुनिश्चित है. अध्यक्ष पद के दावेदार में सबसे आगे चल रहे यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव का भाजपा के काद्यावर नेता के साथ सेटिंग करने का ऑडियो सामने आने से उक्त कांग्रेसी सबसे नीचे क्रम में आ गया है. जिसे अपना मान सम्मान बढ़ाने के लिए और पर्यक्षक की नजर में आने के लिए पहली बार किसी जनसुनवाई का विरोध करने का नाटक नौटंकी की गई. जबकि अडानी कोल माइंस की जनसुनवाई के दौरान भाजपा एवं कांग्रेस के नेता अदानी के समर्थन में लाम बंद रहे. मीडिया वालों के द्वारा क्षणिक विरोधी किया गया परंतु नोटों की थैली के आगे मीडिया में ही दो गुट हो गए. एक गुट अभी तक विरोध कर रहा है और अडानी के समाचारों को प्रसारित नहीं कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ दूसरा गुट अडानी समूह की नजरों में अच्छा बनने के लिए 15 अगस्त के विज्ञापन का बिल रायपुर भेज रहा है और धनतेरस एवं दीपावली के विज्ञापन की प्राप्ति के लिए हाथ पैर मार रहा है.
पर्यवेक्षक सीताराम लांबा का रूखा व्यवहार कांग्रेस के लिए घातक सिद्ध हो सकता है क्योंकि अगर कोई भी विवादित व्यक्ति अध्यक्ष पद पर आसीन हो जाता है तो कांग्रेस संगठन में कई गुट होने सुनिश्चित है. लांबा के सामने अपने आप को कट्टर कांग्रेसी बताने वाले लोग अखबारों की कटिंग धरना,ज्ञापन, प्रदर्शन की फोटो वीडियो आदि दिखाकर अपनी और आकर्षित करने में लगे हैं. लांबा को चाहिए कि किसी भी व्यक्ति की जांच परख के लिए फील्ड पर उतरे और मीडिया वालों से जानकारी एकत्रित करें. सूत्र बताते हैं कि लांबा कुछ लोगों से ही घीरे रहते हैं और लाला की कचोरी, आलू चाप, समोसा, बड़ा, चाय खींचने में माहिर मीडिया वाले सुबह से शाम तक अपना काम धाम छोड़कर लांबा के इशारे पर नाचते हैं। इस तरह के चाटुकार मीडिया वालों को मान सम्मान देने से कांग्रेस का बेड़ागर्क होना तो निश्चित है. भाजपा से प्रभावित मीडिया वाले कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति की टोह ले रहे हैं और पूरे दिन भर की दिनचर्या का विवरण अपने आकाओं को दे रहे हैं.
मीडिया वालों को दूर करने वाले लांबा को अपने घमंड,गुरुर,से बाहर आकर पार्टी के विषय में सोचना चाहिए. रायगढ़ कांग्रेस को ऐसा मिलना चाहिए जो आमजन में लोकप्रिय हो जिसे जनता जानती पहचानती हो और जो रायगढ़ वर्तमान विधायक प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को आगामी विधानसभा चुनाव में शिकस्त देने की क्षमता रखता हो। रायगढ़ जिला,शहर ग्रामीण का कांग्रेस अध्यक्ष रायगढ़ जिले की चार विधानसभा क्षेत्र में पकड़ रखता हो ऐसे व्यक्ति हो जिला अध्यक्ष का पद दिया जाना चाहिए। ऐसा अध्यक्ष नहीं चाहिए जो शहर के रसूखदार बिल्डरों के नाम भी न जानता हो।







