रायगढ़——– थाना धरमजयगढ़ अंतर्गत रैरुमा चौकी के गांव से 12 वर्षीय बालक के अपहरण एवं फिरौती में 5 लाख ₹ की रकम मांगने के बाद हरकत में आये जिला पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने सूझबूझ का परिचय देते हुए। अपरहत बालक को सकुशल न केवल बरामद किया वरन साथ ही अपरहणकर्ताओ को उनके द्वारा मार्गदर्शित पुलिस टीम ने 12 घँटे के अंदर धर दबोचा।
घटना की सूचना मिलने एवं मामला संवेदनशील होने पर संतोष सिंह अपने लाव लश्कर सहित जिला मुख्यालय से दूर जंगल के करीब रैरुमा चौकी में डेरा डाल पल पल अपने मातहतों को निर्देशित करते रहे। सड़क से 12 किलोमीटर अंदर उनकी टीम जंगल मे पग फूंक फूंक कर चारो तरफ से ए के 47 थामें घेराबंदी कर अपराधियो के करीब पहुंचकर बंदूकें तान दी। जिससे अपराधी किसी भी तरह की नापाक हरकत करने में सफल न हो सके।
बड़े जालिम है अपहरणकर्ता– इन लोगो ने अपरहत बालक को कुछ खाने पीने को न देकर 12 घँटे भूखा प्यासा रखा और जंगल के भीतर इस कड़कड़ाती ठंड में गढ्ढे के भीतर बगैर कंबल, रजाई,चादर के रात भर रखा। यदि इन दरिदों को फिरौती की रकम मिल जाती तो बालक के साथ निश्चित तौर पर अनहोनी हो जाती क्योंकि बालक ने एक अपराधी को मोबाइल कवर से पहचान भी लिया था।
पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने प्रेसवार्ता में बतलाया कि आरोपियों से 03 चाकू,03 मोबाईल एवं 01 मोटरसाइकिल बरामद की गई है। घटना का मास्टरमाइंड वहीं समीप के गांव का रहने वाला है। जो राउरकेला(ओड़िसा) में बिजली के खम्बे गाड़ने का कार्य करता था। जो लाकडाउन कि वजह से बेरोजगार होकर बड़ा हाँथ मारने की फिराक में रहता था। उसे मालूम हुआ कि समीप के गांव में रहने वाले व्यक्ति ने लाखो रुपये की जमीन बिक्री की है और वह स्कोर्पियो वाहन खरीदने वाला है। उक्त जानकारी लगते ही उसके अंदर अपराधी भावना जाग गई और उसने अपनी इस स्कीम में 02 अन्य युकवो को शामिल कर घटना को अंजाम दे दिया
रायगढ़ पुलिस को चंहुओर से मिल रही शाबासी—- संतोष सिंह के कुशल नेतृत्व को सभी तरफ से शाबासी मिलने का दौर शुरू हो गया है। जिसमे गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ट्विटर पर शाबासी दी तो,पुलिस महा निदेशक दुर्गेश माधव अवस्थी ने 1 लाख रुपए और बिलासपुर रेंज के इंस्पेक्टर जरनल दीपांशु काबरा ने 30 हजार रुपए देने की घोषणा कर पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है ।