रायगढ़— महाशिवरात्रि के हिंदू महापर्व पर शहर के मन्दिरो के घण्टे अल सुबह से गुंजयमान होने लगे साथ ही ॐ नमः शिवाय महामंत्र का जाप होने लगा.सभी शिवालयों में महाकाल के भक्तों की लंबी लंबी लाइने लगी हुई थी.जिन्हें भोलेनाथ के दर्शन के लिये घँटों इंतजार करना पड़ा.फल,फूल, दूध,गुलाबजल, बेलपत्र,शहद,सिंदूर,भस्म,आदि से बाबा का अभिषेक चलता रहा.घी,तेल, अगरबत्ती, कपूर,धूप आदि से त्रिकालदर्शी को खुश करने के लिये पूजा-पाठ होती रही.निकले महादेव मंदिर,गौरीशंकर मन्दिर,भरतकूप मंदिर, पिपलेश्वर महादेव मंदिर,मनकामेश्वर मन्दिर में भक्तों का रेला लगा रहा.
हठयोगी, बालयोगी बाबा सत्यनारायण के दर्शन करने के लिये लाखो लोग ग्राम अमलीभौना पहुंचकर बाबा के दर्शनमात्र के लिये कई कई घँटे लाईन में लगे रहे.अमलीभौना में मेले जैसा दृश्य रहा.तरह तरह के सामानों की सैकड़ो दुकाने लगी हुई थी.आस पास के गांवों के अतिरिक्त ओडिसा से भी भक्त ट्रेक्टरों,चार पहिया,दुपहिया वाहनों से भक्तों के आने का सिलसिला चलता रहा.ट्रेनों के माध्यम से भी भक्त बाबा को शीश नवाने पहुंचे. बड़े बड़े धनाढ्य,अधिकारी,नेता,पत्रकार,व्यवसाई,उद्योगपति, बाबा की छत्रछाया मांगते नजर आये.
सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक महाभण्डारा चलता रहा.जिसका लाखो लोगो ने रसास्वादन किया.इसी कड़ी में नगर की प्रथम नागरिक जानकी काटजू भी बाबा के दरबार पहुंचकर आशीर्वाद मांगा एवं चल रहे भंडारे में प्रसाद वितरण कर भक्तो की सेवा की गई.
