विशेष लेख—–कोरोना वायरस ने अपनी पहली वर्षगाँठ के बाद अगले दिन से ही आक्रमक रुख अख्तियार कर लिया है। लाकडाउन,जनता कर्फ्यू से लोगो ने कोई संज्ञान नही लिया। सेनेटाइजर,मास्क आलमारियों में कैद कर दिए गए थे। सोशल डिस्टेंसिनग भूला दिया गया था। अप्रवासी मजदूरों का वापस आगमन हो गया था। यह सब कोताई बरतते देख। कोरोना वायरस ने दुगुनी गति से पांव पसार दिए।