CG BIG CORONA BREAKING – अब स्कूल-कॉलेज के बाद शादी, अंत्येष्टि समेत और भी अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर लग सकती है पाबंदियां….मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ताजा हालात की ली जानकारी….CM के निर्देश पर कभी भी जारी हो सकती है नयी गाईडलाईन…. जानिये किन-किन चीजों पर लग सकती है पाबंदियां
CG BIG CORONA BREAKING – अब स्कूल-कॉलेज के बाद शादी, अंत्येष्टि समेत और भी अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर लग सकती है पाबंदियां….मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ताजा हालात की ली जानकारी….CM के निर्देश पर कभी भी जारी हो सकती है नयी गाईडलाईन…. जानिये किन-किन चीजों पर लग सकती है पाबंदियां
रायपुर- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में मंत्री परिषद के सदस्यों के साथ प्रदेश में कोरोना टीकाकरण और कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बचाव के सभी उपायों और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जगह मास्क के उपयोग और शारीरिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करवाने कहा।
स्कूल- कॉलेज के बाद अब शादी, अंत्येष्टि और कार्यक्रमों पर लगेगी पाबंदियां
होली भी शर्तों के मुताबिक खेलने की मिलेगी इजाजत
मुख्यमंत्री ने इसी महीने आने वाले होली पर्व के साथ ही शादी, अंत्येष्टि और अन्य सार्वजनिक आयोजनों के संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गृह, स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पर्यटन और सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश दिए।
छत्तीसगढ़ में स्कूल, कॉलेज आँगनबाड़ी बंद करने के निर्देश दिये गए है …
इस बैठक में फिलहाल निर्णय यह लिया गया है कि राजधानी सहित प्रदेशभर में संचालित सभी स्कूल और काॅलेज आगामी आदेश तक बंद किए जाएंगे। वहीं हो रही परीक्षाएं ऑन लाइन ही ली जाएंगी। लेकिन यह आदेश 10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षाओं पर लागू नहीं होगा।
जैसा कि अंदेशा व्यक्त किया जा रहा था कि प्रदेश में लाॅक डाउन या फिर नाइट कर्फ्यू को लेकर फैसला आ सकता है, इस पर फिलहाल निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन भविष्य की संभावनाओं को देखकर इंकार भी नहीं किया गया है।
मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि कोविड संक्रमितों की पहचान के लिए रोजाना जांच की संख्या बढ़ाने कहा। उन्होंने संक्रमितों के इलाज के लिए सभी कोविड अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में आक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों के साथ ही अन्य सभी सेवाओं की चाक-चौबंद व्यवस्था रखने कहा। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के को-मोरबिडिटी वालों के टीकाकरण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लई, गृह विभाग और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी., उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन, स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी उपस्थित थीं।