🔴शंख,घण्टी,घँटे,थाली बजा बजा कर तोड़ डाले🔴अंधेरा कर लाखो लीटर तेल फूंक डाले🔴मोबाईल, टार्च की रोशनी से कोरोना को चेतावनी दे डाली🔴कोरोना ने दुगुनी गति से हमला कर दिया🔴सुगंध प्रेमी है कोरोना वायरस🔴
समय परिवर्तनशील होता है। जब विज्ञान नही था तब झाड़ फूंक, टोना टोटके,जंत्र मंत्र वनस्पति,जड़ी बूटियां कारगर हुआ करती थी। चाँद को भगवान माना जाता था। वैज्ञानिकों ने चाँद पर मानव उतारकर बतला दिया कि वह भी पृथ्वी की तरह ही एक ग्रह मात्र है। कोई भगवान आदि नही है।
बीमारियों का इलाज दवाई से ही संभव है। एलोपैथिक दवाओं का असर तुरंत होता है। इसलिए अंग्रेजी दवाओं को ही जादूगरी माना जाना चाहिए। शल्यक्रिया के द्वारा आसाध्य रोगों के कष्टों से छुटकारा पाया जा सकता है।
कोरोना वायरस को कमजोर,डरपोक आंक कर थाली,घण्टी बजाकर डराने की कोशिशें की गई। दिया, टार्च जलाकर धमकाने,चमकाने की कोशिश की गई । जिससे कोरोना वायरसों ने आपातकालीन बैठक कर दुगुनी गति से हल्लाबोल दिया। लोग होली त्यौहार मनाने को चिंतित नजर आने लगे तब किसी अर्धज्ञानी ने प्रचारित कर दिया कि होली जलाने में लौंग,इलायची,कर्पूर घी डाला जाये ताकि कोरोना का वायरस भागकर चीन में दुबक जाये। इस तरह की अफवाहें बड़े व्यवसाई के पालतू लोग ही करते है ताकि उनके लौंग,इलायची,कर्पूर का स्टॉक खत्म हो जाये और इन चीजों की खपत बढ़कर ब्लेकमेलिग को बढ़ावा मिल जाये। देश मे इन चीजों की कमी हो जाये और जजमान का धंधा चमक जाये।