लाखो रुपये खर्च कर चेम्बर का प्रदेश उपाध्यक्ष बनना सुशील रामदास को नही रास आया और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार सुशील को “अमर पारवानी” की अधीनता स्वीकार नही है। वे किसी के अधीन काम नही कर सकते। उन्होंने बतलाया कि वे भविष्य में जिला चेम्बर के होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद की दावेदारी कर जिला अध्यक्ष पद के लिए अपना भाग्य आजमाएंगे। सुशील के इस फैसले से दूसरे घराने के पेशानी पर बल पड़ गए है क्योंकि दूसरा घराना भी ताल ठोकने की जुगत में लगा हुआ है। हो.स.