टूटी कलम रायगढ़—- यह सरकार की कैसी लाचारी है,बुजदिली है कि सीआरपीएफ के जवान को बंधक बनाकर ले गए नक्सलियों ने बाकायदा हजारो लोगो की जनचौपाल लगाकर उसके बंधन खोलकर रिहा करना। किसी चुनौती देने,ललकारने से कम नही है। बकायदा मोबाईल कैमरों से जवान की रिहाई,लाचारी,बेबसी के वीडियो बनाये गए। जवान के चेहरे पर खुशी की कोई झलक दिखलाई नही पड़ी।
मीडिया,राजनीति से जुड़े लोग नक्सलियों का आभार व्यक्त कर उनका हौसला अफजाई कर रहे है। कितनी हास्यापद बात है कि मीडिया एवं समाजसेवी के 11 लोग सुबह जंगल गए और शाम को जवान को रिहा करवाकर ले आये। क्या उक्त स्थल पर पुलिस,अर्धसैनिक बलों को हमला करने के लिए नही भेजा जा सकता था।