वनमण्डलाधिकारी मनोज पाडेय को किसी के मार्फ़त सूचना दी गई कि वन से भटककर एक चीतल वन से भटक कर जिंदल स्कूल के पास आ जाने की वजह से सड़कछाप कुत्तो के द्वारा उस बेचारे को दौड़ाया गया.जिस वजह से चीतल की मौत दरवाजे से टकराने की वजह से हो गई.जिसपर वनमण्डलाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए,वनपरिक्षेत्राधिकारी को मौके पर तस्दीक के लिए भेजा गया. राजेश्वर मिश्रा ने वहां जाकर पता किया तो सूचना सही पाई गई.तब मृत चीतल को वाहन के माध्यम से इंदिरा विहार लाकर पोस्टमार्टम करवाया गया तो डॉक्टर ने बतलाया कि चीतल एक कमजोर हृदय का जानवर होता है.जिसकी वजह से उसकी जान चली गई.तब फिर मृत चीतल का वनकर्मियों की मदद से चीतल का दाहसंस्कार इंदिरा विहार में किया गया.
