दिनदहाड़े थाने में सो रहे पुलिस कर्मियों से क्या अपराधों पर लगाम कसने के विषय मे सोचा जा सकता है ? जब पुलिस कर्मी ऑन ड्यूटी सोता है तो बड़े एवँ छोटे दरोगा क्या करते होंगे ? यह विचारणीय, सोचनीय एवं गम्भीरता पूर्वक कार्यवाही योग्य है। जिस पर कप्तान के तत्काल एक्शन की जरूरत है।
टूटी कलम रायगढ़— पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा को सारंगढ क्षेत्र में आने वाले बरमकेला, कोसिर,डोंगरीपाली,कनकबीरा,पुसौर थानों में भी टाईट पुलिसिंग की आवश्यकता है ताकि सारा भार इक्का दुक्का थानेदारों पर ही न आ सके। जानकार सूत्र बतलाते है कि पुसौर थाना क्षेत्र के मार्गो से लंबे समय से अवैध मादक प्रदार्थो की आवक बदस्तूर जारी है। जिसे रोकने में बड़े दरोगा,छोटे दरोगा असफल साबित हो रहे है। रेंगालपाली,कनकतुरा, लारा,बोरोडिपा चौक से दिन के उजियारे में अवैध कार्यो को अंजाम दिया जाता है। पुसौर पुलिस का मुखबीरतंत्र पूरी तरफ से फ्लाप है क्यूंकी मुखबिरों को भरपूर मेहनताना न मिलने से उनकी दिलचस्पी अपराधियों को पकड़वाने में नही रहती। थाने में पदस्थ बड़े दरोगा मुखबिरों को खुश,ख्याल न रखकर रखकर केवल अपना उल्लू सीधा करने के गुंटाडे में उलझे रहते है। जबकि पूर्व में पुसौर पुलिस द्वारा अवैध शराब,गांजा,धान,मवेशी,सट्टे के प्रकरण रोजाना बनाये जाते रहे है। टूटी कलम समाचार