जिले के रामचंद्रपुर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत त्रिशूली में अवैध रेत उत्खनन रोकने गए तहसीलदार व उनके सहयोगियों पर रेत तस्करों ने किया हमला। इस मामले में तहसीलदार विनीत सिंह से बतलाया कि बीती रात सूचना मिलने पर मैं व कुछ अन्य सहयोगी अवैध रेत तस्करी के मामले में सनावल थाने को सूचना करते हुए घाट पर जा रहे थे इसी बीच सैकड़ों ट्रकों की लाइन रास्ते मे लगी हुई थी हम घाट तक पहुंच भी नहीं पाए थे तब तक कुछ लोगों ने हमारे वाहन पर हमला कर दिया हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ से हम वापस आने में कामयाब रहे लेकिन शासकीय वाहन को काफी क्षति पहुंचाया गया है। हमलावरों के खिलाफ आज एफआईआर कराने खुद जाएंगे तहसीलदार विनीत सिंह– इस मामले में विनीत सिंह ने बताया कि हमला होने के बाद हम वापस अपने घर आ गए थे और अब उनके खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई जाएगी। टूटी कलम

अब इस पूरे घटनाक्रम पर बलरामपुर के नवपदस्थ कलेक्टर कुंदन कुमार एक्शन में है……उन्होने ऐसे माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही अवैध तरीके से रात के वक्त संचालित रेत खदानों का लाईसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की बात कही है। गौरतलब है कि अब तक आपने खनन माफियाओं के आतंक की कहानी मध्यप्रदेश में ही देखी और सुनी होगी, लेकिन अब माफियाओं के हौसले छत्तीसगढ़ में किस कदर बुलंद है, इसकी हकीकत बलरामपुर में शनिवार की रात देखी गयी। बताया जा रहा है कि बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार ने अपनी पदस्थापना के बाद ही अवैध खनन और परिवहन पर सख्ती बरतते हुए तत्काल कार्रवाई का निर्देश दे रखा है। जिला प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम लगातार छापामार कार्रवाई कर अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे है। ऐसे में खनन माफियाओं में भी जबर्दस्त गुस्सा देखा जा रहा है। शनिवार की देर रात डेढ़ बजें के लगभग तहसीलदार विनीत सिंह अपनी टीम के साथ सनावल थाना क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायत पर कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। पुलिस मौके पर पहुंचती उससे पहले ही तहसीलदार की टीम मौके पर पहुंच गयी, अवैध रेत का खनन देर रात भी चाूल था, रेत से भरी ट्रके सड़को पर खड़ी थी, लिहाजा तहसीलदार विनीत सिंह कार्रवाई करने के लिए गाड़ी से उतरे ही थे कि खनन माफिया के गुर्गों ने प्रशासन की टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थरबाजी की इस घटना में तहसीलदार की गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी है, वही लगातार हो रहे पत्थरबाजी के बीच किसी तरह जान बचाकर तहसीलदार और उनकी टीम मौके से निकल पाई। खनन माफियाओं के आतंक का शिकार हुए तहसीलदार ने रात को ही पूरे घटनाक्रम की जानकारी कलेक्टर कुंदन कुमार को दी। जिसके बाद अब पुलिस और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से खनन माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहे है। खैर वजह जो भी बलरामपुर जिला रेत माफियाओं के आतंक से थर्राया हुआ है। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे होने के कारण यूपी के खनन माफिया सीधे बलरामपुर से रेत की चोरी कर मोटा मुनाफा कमा रहे है। ऐसे में जब नव पदस्थ कलेक्टर कुुंदन कुमार ने इस माफियागिरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया, तो खनन माफिया बौखला गये है और अब प्रशासन की टीम पर हमला करने से भी गुरेज नही कर रहे है। टूटी कलम
