
@टिल्लू शर्मा. टूटी कलम. com@ रायगढ़… पिछले दिनों जशपुर जिले के बड़े शहर में दुर्गापूजन के दौरान महिंद्रा क्वांटो suv वाहन तले 2 दर्जन लोगों को कुचले जाने की हृदयविदारक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था। बतलाया जा रहा है कि घटनाकारित वाहन में काफी मात्रा में गांजा लोड था जिसे संबलपुर ओड़िसा से मध्यप्रदेश के सिंगरौली ले जाया जा रहा था। ओड़िसा से 4000 ₹ प्रतिकिलो के हिसाब से खरीदी कर मध्यप्रदेश में 12000₹ प्रतिकिलो के हिसाब से खपाया जाता रहा है। मुख्य आरोपी कृष्णकांत वैश्य जिसकी उम्र 21 वर्ष बतलाई जा रही है। वह पिछले दो वर्षों से गांजा स्मगलिंग के धंधे में सक्रिय था। मतलब वह महज 19 वर्ष की आयु में ही गांजे का बड़ा स्मगलर बन गया। जिसे पत्थलगांव की पुलिस सिंगरौली से गिरफ्तार कर लाई और जेल दाखिल करवा दी। टूटी कलम समाचार
सबसे दिलचस्प बात यह है कि कृष्णकांत को घटना का मास्टरमाइंड की उपाधि क्यो दी गई ? आज तक तो यही पढ़ा है कि चोरी,डकैती,हत्या, लूटपाट,मारपीट,छिनतई, आदि का मुख्य आरोपी को मास्टरमाइंड कहा जाता है परन्तु सड़क दुर्घटना होने पर मास्टरमाइंड कहना समझ से परे है। क्या उसने लोगो को कुचल डालने के आदेश अपने सांथियो को दिए ? क्या स्मगलिंग करवाने वाला स्मगलर की जगह मास्टरमाइंड कहलाता है ? टूटी कलम समाचार