मणिपुर में माओवादियों के हमले में कर्नल की पत्नी और नाबालिग बेटे की भी मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक घटना चुराचंदपुर जिले के सिंगनगाट के सेहकेन गांव में शनिवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर हुई है. इस हमले के पीछे मणिपुर के चरमपंथी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हाथ माना जा रहा है. टूटी कलम
सेहकेन जिला मुख्यालय चुराचंदपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर बेहियांग क्षेत्र में एक सीमावर्ती गांव है. सेना ने आतंकियों पर कार्रवाई के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है (Manipur Extremist Outfit). जिस समय असम राइफल्स यूनिट के कमांडिंग अफसर के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया, तब काफिले में त्वरित प्रतिक्रिया टीम के सदस्य और अफसर के परिवार वाले शामिल थे. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को पुष्टि की है कि घात लगाकर किए गए हमले में कमांडेंट और जवानों के शहीद होने समेत उनके परिवार के लोगों की मौत हुई है.
बतलाया जा रहा है कि कर्नल विपप्लव सर्चिग पर थे एवँ 3 वहानो के काफिले में बीच के वाहन में कर्नल त्रिपाठी अपने बीबी एवँ बच्चे के साथ थे। तभी आगे चल रही गाड़ी बम ब्लास्ट से उड़ गई एवँ जब तक कोई कुछ समझ पाता त्रिपाठी के वाहन पर मोर्टार, राकेट लांचर से हमला एवँ ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। जिससे पूरे परिवार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। टूटी कलम
उक्त वारदात को एम्बुश लगाकर अंजाम दिया गया बतलाया जा रहा है। एंबुश अंग्रेजी के U आकार को कहते है। जिसमे अंदर जाने का रास्ता तो होता है। जिसके दोनो ओर से हमला एवँ सामने से हमला किया जाता है। पीछे पलटकर भागने का मौका ही नही मिल पाता है। टूटी कलम
मुख्यमंत्री ने घटना की निंदा की टूटी कलममणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने ट्वीट करते हुए घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, ’46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें आज सीसीपुर में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई है. राज्य बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने का काम कर रहे हैं. दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। टूटी कलम
आतंकी संगठन है पीएलए
इस हमले के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को जिम्मेदार माना जा रहा है. इसका गठन साल 1978 में हुआ था. बाद में भारत सरकार ने इसे आतंकी संगठन घोषित कर दिया था (PLA Attack in Manipur). ये संगठन मणिपुर में भारतीय सुरक्षाबलों पर धोखे से हमले करने के लिए जाना जाता है. इसका गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था. आतंकी संगठन पीएलए स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता है. टूटी कलम