✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़…ओमीक्रान वायरस को वैसे तो कमजोर माना जा रहा है परन्तु यह तेजी से फैलता है। इसकी मियाद भले ही 3 दिनों की हो परन्तु अपनी जान जोखिम में भला कौन डालना चाहेगा। आज के इस दौर में सामान्य सर्दी,खांसी,बुखार,हांथ पैर में दर्द आदि से ग्रसित इंसान को कोविड़ पॉजिटिव समझकर लोग दूरी बना लेते है। जबकि यह सब मौसम,जलवायु परिवर्तन की पहचान होती है। आजकल लोग एक दूसरे से सटने की अपेक्षा दूरी बनाये रखने में ही अपनी भलाई समझने लगे है। टूटी कलम
शादी,पार्टी आदि में भी लोगो की कम उपस्थिति पर ध्यान देने लगे है और लोगो को खिलाने पिलाने बेमतलब भीड़ बढ़ाने से भी परे हटने लगे है। कोरोना ने यह सिखला दिया कि मरने के बाद भी चार कंधे,12 दिन की बैठकी,गरुड़ पुराण का पाठ,इलाहाबाद,प्रयागराज में अस्थि विसर्जन,ब्राम्हण भोज,तेरहवीं,की कतई आवश्यकता नही है। शादी के अवसर पर पार्टी का आयोजन,बैंड,बाजा, धमाल,मैरिज गार्डन,व्यंकट हाल,बड़ी होटलो आदि के बगैर भी विवाह किया जा सकता है। वर वधू के परिजन ही इस अवसर पर उपस्थित रहकर दिखावे की दुनिया से बाहर निकल सकते है। टूटी कलम
पिछली बार 200 केस मिलने पर लगा था लाकडाउन…कलेक्टर भीम सिंह ने पिछली बार मरीजो की संख्या 200 पहुंचने पर लाकडाउन लगाने के आदेश जारी किए थे। उस समय का वायरस घातक था। इस बार का वायरस ओमीक्रान कमजोर है। पॉजिटिव मरीजो की संख्या 150 पार हो चुकी है। सबसे राहत की बात यह है कि अभी तक जिले में ओमीक्रान वायरस की एंट्री की पुष्टि नही हुई है। इसलिए डरने की कतई आवश्यकता नही है। इस बार 200 से ऊपर मरीज निकलने पर भी लाकडाउन लगाने की जरूरत नही है। केवल सावधानी बरतने एवं बाजारों के बंद होने के समय को शाम 4 बजे कर देने। बगैर मास्क बेवजह घूमने वालो ,रात में घूमने वालो पर कड़ी कार्रवाई करना लाकडाउन के बेहतर विकल्प हो सकते है। टूटी कलम
कलेक्टर का भागीरथी प्रयास से कोरोना बेअसर होगा..कलेक्टर भीम सिंह की जीवटता से किये गए कार्यो की वजह से रायगढ़ जिले का नाम एक दिन में रिकार्ड वैक्सीनेशन,शत प्रतिशत वैक्सीनेटेड के मामले में देश-प्रदेश में अव्व्ल रहकर सुर्खियो में आ गया। कलेक्टर भीम सिंह ने लाकडाउन होने के बावजूद जिले में बाइपेप मशीने,आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता,बेड की सुनिश्चितता करवाई।कोविड़ सेंटरों, कवारेंटिंन सेंटरों,दवाइयों,भोजन पर निगाह जमाये रखी। पसीने से लथपथ लथपथ कलेक्टर आगे चलते रहे अग्निपथ अग्निपथ, न कभी थके, न कभी रुके,न कभी हारे 24 घँटे अपने कार्य मे जुटे रहे भीम सिंह। टूटी कलम
प्रशासन के आगाह करने के बावजूद लोग नही मान रहे तो कोई क्या करे….कलेक्टर आदेश दे सकते है परन्तु उसको धरातल पर लाना,उसका पालन करवाना निगम प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग का कार्य है और मानना जनता का कार्य है। जो व्यक्ति नियम कानूनों को अनसुनी अनदेखी करता है। वही लोगो के लिए खतरनाक साबित होता है। कुछ प्राणियों की आदत होती है प्रतिदिन गाली खाने,डांट सुनने की जिसके बगैर उनका शायद रात्रि भोजन नही पचता। पुलिस की रोजाना 10 बजे रात्रि दुकान बंद करने की बात जो लोग नही मानते न सुनते उनको एक आध बार रातभर थाने में बैठाकर सुबह छोड़ देना सही सजा होगी। जिससे पुलिस पर कोई आरोप भी नही लगेंगे। टूटी कलम