🏹 टिल्लू शर्मा 🖋️टूटी कलम रायगढ़ …… जैसा कि आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का रायगढ़ जिले के सभी विधानसभाओं में भेंट मुलाकात कार्यक्रम का किया जाना तय माना क्या रहा है । जिस वजह से कांग्रेसी अपनी अपनी तरकीब लगाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नजरों में स्वयं को सुपर डुपर साबित करने जूट गए हैं। इस कड़ी में चंद कांग्रेसी कहलाने वाले नेताओं के द्वारा निगम कमिश्नर संबित मिश्रा से केलो नदी के पुल पर लगे स्वागत बोर्ड में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की फोटो हटाकर वर्तमान मुख्यमंत्री की फोटो लगाने का निवेदन कर ₹11000 की राशि का चेक सौंपा गया। बतलाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार निगम आयुक्त के द्वारा दिए गए आश्वासन से संतुष्ट ना हो कर कांग्रेसी नेताओं ने निगम के बाहर धरना देकर झटपट पहुंचने वाले मीडिया को आमंत्रित कर खबरों के बारे के द्वारा स्वयं को भूपेश बघेल की नजरों में ऊपर उठाने की कोशिश से की गई।टूटी कलम
कांग्रेसी नेताओं के द्वारा सरकार आने के 3 वर्ष बाद अपनी आंखें खोलना भी किसी आश्चर्य से कम नहीं है…… छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को 3 साल पूर्ण खो गए हैं जिसके पश्चात भी आज तक कई जगहों पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की फोटो लगी आसानी से देखी जा सकती है. यह कोई कम आश्चर्य का विषय नहीं है कि रायगढ़ जिले की सभी 5 विधानसभा में कांग्रेसी विधायक चुन कर आए हुए है, साथ छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री भी रायगढ़ जिले से तालुकात रखते हैं ।रायगढ़ नगर निगम की सरकार में कांग्रेस की महापौर एवम कांग्रेसी पार्षदों का बोलबाला है। उसके बावजूद 3 साल तक डॉ रमन सिंह की फोटो लगी रहना किसी कम आश्चर्य से कम नहीं है। इस मार्ग से प्रतिदिन जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, सब का आना जाना लगा रहता है। जिसके बावजूद भी उक्त विषय पर किसी ने ध्यान नहीं दिया । टूटी कलम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो लगाने की मांग करने गए कांग्रेसी नेताओं ने महापौर एवं सरकार के मंत्रियों पार्षदों का बचाव करने हेतु ठीकरा नव पदस्थ निगम कमिश्नर संबित मिश्रा पर फोड़ा जाना किसी हास्यापद विषय से से कम नहीं है। निगम परिसर में घेराव करने गए कांग्रेसी नेताओं को निगम की महापौर, शहर सरकार के मंत्री, कांग्रेसी पार्षदों को निशाना साध कर धरना प्रदर्शन किया जाना था ताकि वे जनता के बीच में सीना ठोक कर चलते तो जनता की नजरों में उनका स्थान ऊपर उठ सकता था। टूटी कलम