💣 टिल्लू शर्मा ✍️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़… आमतौर पर अक्सर यह देखा, सुना, और पढ़ा जाता है कि असामाजिक तत्वों के द्वारा उपद्रव मचाकर शांति भंग करने की गई अथवा प्रयास किया गया, परंतु पहली दफा रायगढ़ शहर में एक ऐसी घटना हुई जिस कारण से मोहल्ले वासियों ने चैन की सांस ली और उक्त कार्य को एकदम सही बताया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के मिट्ठू मुड़ा कालिंदी कुंज मार्ग पर गत कई वर्षों से सड़क के किनारे दो बसें खड़ी हुई थी. जिसका फायदा उठाते हुए मोहल्ले एवं आसपास के क्षेत्रों के असामाजिक तत्वों ने खड़ी बस का पूरा फायदा उठाते हुए बस को अवैध क्लिनिक, शराब अहाता, गांजा एवं नशीली दवाई का सेवन करने का रोमांस करने का स्थल बना लिया गया था उक्त मार्ग से आते जाते राहगीरों को बस अपने आप हिलती धूलती नजर आती थी परंतु किसी ने भी सब कुछ जानते हुए भी रुक कर अंदर झांकने की कोशिश विरोध नहीं किया जा रहा था. इन खड़ी बसों में अंदर हो रही हो रही अवैध गतिविधियों के वजह से आसपास के रहवासी अत्यधिक परेशान हो रहे थे एवं उक्त बस के विषय में पुलिस को भी कई बार सूचना दे दी गई थी परंतु पुलिस भी आखिर इस मामले में क्या कर सकती थी 24 सौ घंटे किसी आरक्षक की ड्यूटी बसों की देखरेख के लिए लगाना पुलिस का कार्य नहीं था और ना ही कोई ऐसा नियम कानून भी बना हुआ है। सूत्र बताते हैं कि बस को शराब खोरी, गांजा, नशीले इंजेक्शन लगाने का कार्य, प्रेमी मिलन के लिए असामाजिक तत्वों ने अपना ऐशगाह बना रखा था. सामाजिक लोगों ने विवाद ना पालने की वजह से असामाजिक तत्वों का हौसला बुलंद होता चला गया जिस वजह से दिनदहाड़े बस का उपयोग अवैध कार्यों में किया जाने लगा था.
अंततः बसों के अंदर बढ़ती अवैध गतिविधियों से हलकान होकर मोहल्ले वासियों में से किन्हीं दो चार लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए बसों को आग के हवाले कर दिया गया। जिस वजह से असामाजिक तत्वों का डेरा जल गया बस के जल जाने के कारण बस पूरी तरह से पारदर्शी बन गई। अब डर के कारण इन बसों के भीतर कोई भी असामाजिक तत्व घुसने से भी डरेगा क्योंकि यदि इसी तरह के कार्य का भविष्य में अंजाम देने पर बस के अंदर घुसे वे भी जल कर ना मर जाएं. मोहल्ले के शहर से युवकों के द्वारा इस कार्य को अंजाम देने पर क्षेत्रवासी प्रफुल्लित,प्रसन्न एवं खुश हैं। इस घटना के बाद से शहर के अन्य कई क्षेत्रों में अपने वाहनों को सड़क के द्वारे खड़े कर भूल जाने वाले लोग सकते में आ गए हैं।






