💣टिल्लू शर्मा ✍️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़. जूट मिल पुलिस चौकी में एक अजीब तरह का मामला सामने आया है. वार्ड क्रमांक 34 की भाजपा की महिला पार्षद पुष्पा साहू ने आरोप लगाते हुए मीडिया के सामने यह बताया गया कि के साथ क्षेत्र के ही रहवासी शैलेंद्र साहू एवं अन्य लोगों के द्वारा उसके साथ मारपीट की गई. इस संबंध में मिली सूत्रों के अनुसार महिला पार्षद पुष्पा साहू का बेटा राजनीतिक परिवार होने की वजह से बेधड़क होकर सट्टा लिखने का कार्य करता है. जबकि जगदेव स्कूल के सामने बहुत पहले से ही किसी अन्य के द्वारा सट्टा लिखा जाता है। जिस वजह से पार्षद के पुत्र को ज्यादा सट्टा लिखने का काम नहीं मिल पाता है. सट्टा का काम तेजी से आगे बढ़ाने की खातिर पार्षद एवं उसके पति बेटे के द्वारा अन्य पट्टी बाज को लगातार चमकी चमकी देकर सट्टा पट्टी ना लिखने की धमकियां दी जा रही थी. पार्षद के पुत्र द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर किसी शैलेंद्र नमक व्यक्ति के द्वारा सट्टा पट्टी लिखने की बात पोस्ट की थी. जबकि हकीकत पोस्ट के बिल्कुल विपरीत थी। बतलाया जा रहा है कि पार्षद के द्वारा जूट मिल चौकी में भी शैलेंद्र के विरुद्ध सट्टा पट्टी लिखने की शिकायत की थी। सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट एवं पुलिस में की गई शिकायत का असर ना होते देख पार्षद पुष्पा साहू अपने पुत्र एवं अन्य लोगों के साथ शैलेंद्र की दुकान में जा धमकी और सट्टा पट्टी ना लिखने की धमकी देते हुए दुकान में उपस्थित लोगों के साथ अमर्यादित व्यवहार एवं भाषा का उपयोग करने लगी। उपस्थित लोगों के द्वारा पार्षद को काफी समझाया बुझाया गया किंतु वह धक्का-मुक्की कर मारपीट पर उतारू हो गई। परिणाम स्वरूप उसकी हाथ की चूड़ी टूटने की वजह से उसकी कलाई छील जाने पर उसको अपने साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट दर्ज करवाने का सुअवसर मिल गया। जिसके बाद वह आवेदन पत्र तैयार कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाने की गुहार लगाई.
भाजपा संगठन ने पार्षद का साथ क्यों नहीं दिया.. अगर इस मामले में गहन विचार किया जाए तो यह बात सामने आती है कि भाजपा की महिला पार्षद के साथ मारपीट होने के पश्चात भी भाजपा संगठन का एक भी कार्यकर्ता पार्षद के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं जूट मिल चौकी मैं साथ खड़े हुए नहीं पाए गए. जबकि उक्त मामला बहुत बड़ा एवं अपराधिक है. छोटे-छोटे मुद्दों पर एकजुट हो जाने वाली भाजपा अपने पार्षद के साथ हुई तथाकथित मारपीट के पश्चात भी आखिर क्यों मौन है. इसे जूट मिल क्षेत्र के नवापारा का हर व्यक्ति समझता है एवं भाजपा संगठन भी अपनी पार्टी के पार्षद पुत्र के द्वारा सट्टा पट्टी लिखने की वजह से उसके पक्ष में किसी भी तरह का धरना, आंदोलन, प्रदर्शन करने एवम ज्ञापन ऐसे देने से कन्नी काट रहा है. उक्त विषय में तब मुहर लग गई जब पुलिस के द्वारा पार्षद के पुत्र आकाश साहू को रंगे हाथ नकद रकम सहित सट्टा पट्टी लिखते हुए पाए जाने पर जूट मिल चौकी लाकर उसके खिलाफ सार्वजनिक धुत (4) क अधिनियम का मामला दर्ज हो जाने पर पार्षद के मंसूबों पर पानी फिर गया.