💣 टिल्लू शर्मा टूटी ✍️ कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ संजय कॉम्प्लेक्स में वर्षो से संचालित होते आ रहे सब्जी बाजार को इतवारी बाजार में शीफ्टिंग करने की बात सामने आई है। जिससे की इतवारी बाजार के रहवासियों के द्वारा वार्ड के पार्षद महेश कंकरवाल ने जिला प्रशासन के आवेदन देते हुए सब्जी बाजार को इतवारी बाजार में शिफ्टिंग ना करने की मांग की है । जिला प्रशासन से सब्जी बाजार लगने से आस पास के रहवासियों की समस्या को अवगत करवाया है पार्षद का औचित्यहीन तर्क है की सब्जी व्यापारियों के द्वारा अल सुबह 4/5 बजे से रात 10 बजे तक आस पास के लोगो को मोहल्ले वासियों को शोर शराबा एवम गली सड़ी सब्जियों से बीमारी फैलने की आशंका जताते हुए महोल्ले वासियों में भय समा गया है भाए है। चुकी पूर्व में संजय कॉम्प्लेक्स से ही पूरे रायगढ़ जिले में डेंगू फैलने की बात निगम ने स्पष्ट की थी एवम सब्जी बाजार की वजह से रोज हजारों लोगों की भीड़ वा ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन होगी। सप्ताह में एक दिन लगने वाले साप्ताहिक बाजार की सड़ी गली सब्जियां एवम मांस मटन मछली भी साप्ताहिक बाजार में विक्रय करने पश्चात उसका सड़न का कचरा विक्रेताओं द्वारा फेका जाता है जिससे आस पास बहुत बदबू आती है एवम नगर निगम के द्वारा महीनो तक इसकी साफ सफाई नही की जाती है। जिसकी वजह से आवारा जानवरो सांड,गाय, कुत्तों का भी आतंक बना रहता है। साथ ही बच्चो को शोर शराबा होने से पढाई में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा ।
जिला प्रशासन संजय कॉम्प्लेक्स सब्जी बाजार को इतवारी बाजार में सिफ्ट ना अन्यथा हम वार्ड वासी अपना विरोध प्रदर्शन करने हेतु बाध्य रहेंगे
पार्षद के द्वारा दिए गए औचित्यहीन तर्क … वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद के द्वारा जो तथ्य दिए गए हैं उनका कोई अस्तित्व नहीं है क्योंकि संजय कंपलेक्स सब्जी मंडी शहर के बीचोबीच स्थित है. पार्षद को यह स्पष्ट कर देना चाहिए की डेंगू से इस वार्ड के कितने लोगों की मृत्यु हुई है एवं कोरोना से कितने लोग संक्रमित हुए थे. शहर के बीचोबीच इतवारी बाजार के मैदान पर कई सेठों की गिद्ध दृष्टि जमी हुई है और पार्षद के द्वारा गिद्धों का साथ दिया जा रहा है. पार्षद के द्वारा जो तर्क दिए गए हैं वे एकपक्षीय लोगों की चमचागिरी के अतिरिक्त और कुछ नहीं है क्योंकि संजय कंपलेक्स एवं इतवारी बाजार दोनों ही वार्ड क्रमांक 19 के अंतर्गत आते हैं. पार्षद के द्वारा इस तरह की विज्ञप्ति जारी करना यह जाहिर करती है कि वे रायगढ़ का विकास नहीं चाहते एवं वे विकास के विरोधी है ना कि समर्थक, उनका मकसद केवल साहूकारों की चमचागिरी करना है।
