💣 टिल्लू शर्मा ✍️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम से ही भयभीत हो जाने की जो परंपरा रही है . उसको रायगढ़ पुलिस झूठला रही है एवं सामाजिक कार्यों के प्रति अपनी जागरूकता दर्शा रही है जिससे आमजन के बीच पुलिस की छवि अच्छी बनती जा रही है.
ऐसा ही एक मामला जूट मिल चौकी पुलिस की पीठ थपथपाने लायक सामने आया है। यह कि डीपा पारा मिडमिडा के रहने वाले युवक हरिहर उरांव उम्र 36 वर्ष पीता स्वर्गीय सुग्रीव उरांव जोकि अपने मानसिक अस्वस्थता की वजह से इधर-उधर भटकता रहता था एवं उसको देखने वाले लोग पागल पागल बोलकर संबोधित किया करते थे। युवक की दयनीय अवस्था को देखकर जूट मिल थाना चौकी प्रभारी कमल किशोर पटेल का ह्रदय द्रवित हो गया। कमल पटेल ने अपने थाना के आरक्षक पद्मेश डेनजारे क्रमांक 567 के मार्फत उक्त युवक का इलाज करवाने के लिए डॉक्टर पूजा अग्रवाल के पास भिजवाया था। डॉक्टर ने जांच के बाद युवक को मानसिक अस्वस्थ बतलाया था। जिसके बाद उक्त युवक के उचित इलाज के लिए उसे मानसिक चिकित्सा केंद्र सेंद्री (बिलासपुर) भेजने के लिए थानेदार ने माननीय न्यायालय के समक्ष आवेदन पेशकर उक्त युवक के इलाज की इजाजत मांगी गई। जिस पर माननीय न्यायालय ने आदेश देते हुए युवक को उचित इलाज के लिए सेंदरी भेजने पर अपने आदेश जारी कर दिए। आज के पश्चात उक्त युवक को पुनः न्यायालय में पेश करने के लिए आदेश दिए गए।
इस तरह से एक युवक को पागलपन की अवस्था में घूमते पाए जाने पर कमल पटेल ने उसके इलाज के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए और उनकी मेहनत रंग लाई अब युवक का इलाज शासकीय मानसिक विकलांग केंद्र सेंदरी बिलासपुर में होगा। माना कि पुलिस अनेक माध्यम से धन प्राप्त करती है किंतु इसके द्वारा किए गए एक भी धार्मिक सामाजिक कार्य की वजह से पुण्य कार्य करने वाले बही खाता में दर्ज हो जाता है।








