🔥 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ विगत 1 माह से श्रीराम शोभायात्रा निकाले जाने की तैयारियां शुरू की गई थी जिसके लिए समिति के कुछ मेंबरों के द्वारा कई बैठके कर शोभा यात्रा निकाले जाने के लिए मंथन एवं माथापच्ची की गई और रामनवमी के दिन शाम को 5:00 बजे स्थानीय नाटक स्कूल मैदान से शोभा यात्रा निकाली गई जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गंतव्य स्थान रामलीला मैदान पहुंची। शोभा यात्रा में एक अनुमान के अनुसार बाजा, गाजा, कर्मा, धुमाल, डीजे, बैंड पार्टी, पावर जोन, पुलिस आदि सभी को मिलाकर लगभग 20 हजार लोगों के शामिल हुए थे। शोभायात्रा के अंतर्गत आने वाले सभी मार्गों में यात्रा के साथ चल रहे लोगों के लिए जगह जगह अपने अपने सामर्थ्य के अनुसार शीतल जल, शरबत, ठंडाई, पोहा, खिचड़ी, चना, आइसक्रीम ,कुल्फी ,फल फ्रूट , चाय बिस्किट आदि की व्यवस्था दुर्गा समितियों, संगठनों, समाजसेवियों के द्वारा की गई थी।
माता दुर्गा की नवरात्रि से प्रभु श्री राम का नजदीकी वास्ता है.. चैत्र नवरात्र शुरू होने के नौवें दिन प्रभु श्री राम का जन्म उत्सव मनाया जाता है और क्वांर नवरात्रि के दसवें दिन विजयदशमी मनाया जाता है। इसका सीधा-सीधा अर्थ यह है कि शक्ति स्वरूपा दुर्गा के आशीर्वाद से प्रभु श्री राम का जन्म होता है और इसी माता के आशीर्वाद से प्रभु श्री राम के द्वारा लंका पर विजय प्राप्त कर रावण का वध किया जाता है। इसलिए श्रीराम शोभायात्रा समिति के सदस्यों को चाहिए कि जन्म शोभायात्रा मैं शक्ति स्वरूपा को भी किसी न किसी रूप में शामिल किया जाना चाहिए ताकि नवरात्र के व्रती लोग मां जगदंबा का दर्शन कर उनकी भी पूजा पाठ कर सके। माता जगदंबा को भूलने का परिणाम उन्होंने अदृश्य रूप में दिखला कर जब शोभायात्रा अधूरे मार्ग पर पहुंची थी तभी बेमौसम मूसलाधार बारिश हो गई । जिससे शोभायात्रा में चलने वाले लोग टीतर बितर होकर अपने घरों की ओर भागने में ही अपनी भलाई समझे। प्रत्येक को डेढ़ दो लाख रुपए देकर मंगवाए गए 9 पावर जोन को भारी बारिश से बचाव के लिए बंद करना पड़ गया। भंडारा स्थल रामलीला मैदान मे भी उतने लोग नहीं पहुंचे जितने लोगों के लिए भंडारे की व्यवस्था कर भोजन बनवाया गया था। इसी तरह का मौसम दशहरा के समय भी देखने को मिल जाता है कि मौसम बरसात की वजह से टटरा, पुट्ठे, कार्टून, घास, पैरा, आदि से बनाए गए नकली रावण पानी से भीग जाया करता है। जिसे मिट्टी तेल, जला मोबिल, पेट्रोल आदि की मदद से जलाया जाता है और खुशियां मनाई जाती है। संभवत इन दोनों नवरात्रि के अंतिम दिनों में माता रानी की अनदेखी करने की वजह से इंद्र देवता नाराज होकर बरस पड़ते हैं।
राम भक्ति से ज्यादा आकाओं की भक्ति में लगे रहे कुछ लोग शोभा यात्रा के दौरान या दृष्टिपात किया गया की कुछ स्वार्थी चाटुकार चमचे किस्म के लोग राम भक्ति दिख लाने से ज्यादा अपने आकाओं की भक्ति में मशगूल रहे. लोगों के द्वारा बनवाए गए फ्लेक्स, बैनर,होर्डिंग्स में सुनिलो रामो की फोटो प्रभु श्रीराम से बड़ी छपवाई गई एवं सुनीलो रामों के भक्तों ने अपनी फोटो उनके चरणों में छपवा कर वफादार होने का प्रमाण देने का भरसक प्रयास प्रयत्न किया गया । सतनामी समाज के टेंट से चेंबर ऑफ कॉमर्स के मंच पर जा पहुंचे थे गोरे चिट्टे लोग श्रीराम शोभायात्रा के दौरान सतनामी समाज की ओर से भी शोभा यात्रा के स्वागत सत्कार के लिए रूह अफजा शरबत का इंतजाम किया गया था। जिसे समाज के युवकों ने बहुत ही उत्साहित मन से बांटा गया परंतु यह देखा गया कि समाज के गोरे चिट्टे युवा चेंबर ऑफ कॉमर्स के मंच पर जाकर सेवा कार्य में लग गए थे। कुलदीप नरसिंह जिंदाबाद के नारे लगते रहे. स्टेशन चौक युवा समिति के द्वारा निकाली गई झांकी एवं पावर जोन के संगीत पर थिरकते युवकों के द्वारा कुलदीप नरसिंह जिंदाबाद, स्टेशन चौक का राजा कुलदीप नरसिंह के जयकारे लगाए गए।
शहर के नामी-गिरामी चेहरे एवं कई समाज की सहभागिता नदारद दिखी… शोभायात्रा में अग्रसेन सेवा संघ, ब्राह्मण सेवा संघ, गुरु सिंह सभा, राजपूत ठाकुर करणी समाज, सिंध समाज, गुजराती मंडल, बंगाली समाज, भोजपुरी समाज, बिहारी समाज आदि समाजों की झांकियां नहीं देखी गई। शोभायात्रा में पुरुषों एवं युवकों की अपेक्षा महिला, युवती भारी संख्या उपस्थित रही और नाचते झूमते चलती रही।
समाजों कि नहीं अपितु वार्डो की झांकियां शामिल करनी चाहिए.. रामनवमी आयोजन समिति को चाहिए कि अगले साल से नई व्यवस्था लागू कर समाजों की झांकियां ना निकलवा कर और 48 वार्डो की अलग-अलग झांकियां एक ही स्थान से ही निकाले जाने की कोशिश करनी चाहिए. एक नंबर वार्ड की झांकी सबसे आगे तो 48 नंबर वार्ड की झांकी सबसे पीछे चलती रहनी चाहिए या फिर 48 नंबर से शुरू कर एक नंबर पीछे करना चाहिए।
रायगढ़ स्टेडियम से निकाली जानी चाहिए शोभा यात्रा श्रीराम शोभायात्रा मे शामिल होने एवं दर्शन करने से वंचित रह जाते हैं चक्रधर नगर क्षेत्र के वासी। इसलिए श्रीराम शोभायात्रा रायगढ़ स्टेडियम से निकालकर चक्रधर नगर केलो पुल होते हुए शहर के विभिन्न मार्गों का रूट चार्ट बनाना चाहिए ताकि बोईरदादर, विनोबा नगर, माली डीपा, शैलेंद्र नगर, बंगाली कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड, आईटीआई कॉलोनी, पक्की खोली,कसेर पारा, बंगला पारा, कच्ची खोली, शहीद चौक,इतवारी बाजार आदि क्षेत्रों के लोग भी शोभा यात्रा का दर्शन कर शामिल होने को उत्सुक हो जाए। जिससे उमड़ने वाली भीड़ में दोगुना इजाफा निश्चित तौर पर होगा।
शोभा यात्रा के दौरान यह देखा गया कि कई स्थानों से देर में पहुंची झांकियां शोभायात्रा के बीच में घुसकर पीछे चलने वाली झांकियों को और पीछे कर दिया गया। किसी के द्वारा शोभायात्रा के बीच में लग्जरी कार भी घुसा कर शामिल हो गया था।
विद्युत मंडल एवं इंद्र देवता ने किया शोभा यात्रा में खलल पैदा शोभा यात्रा निकालने के दौरान दिन छिपने के पश्चात पूरे शहर की विद्युत लगभग 2 घंटे तक बंद रही जबकि आयोजन समिति के प्रचारक के द्वारा विद्युत मंडल का आभार जाहिर किया था। विद्युत मंडल 2 घंटे लाइन बंद कर आभार स्वीकार किया था।
विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के सदस्यों के द्वारा दोपहर 2:00 से रात्रि 8:00 बजे तक स्थानीय रामनिवास टॉकीज चौक पर मसाला युक्त चना,शरबत , ठंडा पानी, 6 घंटे तक लगातार बांटा गया । जिसे शोभायात्रा में चलने वालों के अतिरिक्त राहगीरों ने भी ग्रहण कर आभार व्यक्त किया। बांटने वालों में युवाओं के साथ साथ युवतियों ने भी सेवा कार्य में हाथ बंटाए गए।