🎤 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़. रायगढ़ में चल रहे 3 दिन रामायण महोत्सव के दूसरे दिन कार्यक्रम की प्रस्तुति देने आए भारत के सुप्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा ने मंच पर आते ही ऐसा समा बांध दिया की श्रोता तालियां बजाने जय श्री राम का उद्घोष करने पर मजबूर हो गए. यहां तक की अति विशेष श्रोता भी झूमने को मजबूर हो गए. बताया जा रहा है कि धर्मजयगढ़ के विधायक लालजीत सिंह राठिया अपनी कुर्सी से उठकर झूमने लगे थे. दर्शकों से पूरी तरह से भरा हुआ खचाखच रामलीला मैदान देख कर लखबीर सिंह लक्खा ने कहा कि इतनी अधिक भीड़ मुझे कभी कभार ही कार्यक्रम के दौरान देखने को मिलती है। इससे यह साबित होता है कि छत्तीसगढ़ भगवान प्रभु श्री राम का ननिहाल रहा होगा। कार्यक्रम स्थल के बाहर बड़े-बड़े प्रोजेक्टर के माध्यम से अंदर के कार्यक्रम का प्रसारण जनमानस की सुलभता के लिए दिख लाया जा रहा है। जिस वजह से गणेश तालाब के सामने वाली सड़क भी श्रोताओं से खचाखच भरी रहती है। उपस्थित श्रोताओं का यह मानना है कि इस तरह का आयोजन और इतनी भीड़ रायगढ़ में पहली बार देखने को मिल रही है।
दशहरा उत्सव का अपना महत्व है और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अपना महत्व है वैसे तो दशकों से रावण दहन के समय उमड़ने वाली भीड़ ऐतिहासिक मानी जाती है। जिसकी तुलना सांस्कृतिक कार्यक्रम से नहीं की जा सकती। शहर के इतिहास में आज तक जितने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ है उसमें सबसे सफलतम कार्यक्रम रामायण महोत्सव को माना जा रहा है। रामलीला मैदान में उमड़ने वाली भीड़ को एवं वाहनों को नियंत्रण नहीं कर पा रही है रायगढ़ जिला पुलिस गांव की पार्किंग स्थल एवं नो एंट्री की रूपरेखा तय करने में पुलिस प्रशासन दिशा नहीं दे पाई। रामलीला मैदान के बाहर चारों दिशाओं में मनमाने रूप से खड़े किए गए वाहन पुलिस प्रशासन की रूपरेखा की पोल खोलने के लिए काफी है। हंडी चौक, गर्ल्स कॉलेज, एसपी निवास, पुलिस पेट्रोल पंप, कलेक्टर निवास, भारत माता चौक आदि मार्गो से रामलीला मैदान की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को परिवर्तित कर दुपहिया, चार पहिया वाहनों को कार्यक्रम के समय संध्या 7:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए था। केवल पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए जनमानस को प्रेरित किया जाना था।