🎤 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ रायगढ़ शहर में चल रहे राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम रामायण महोत्सव के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को प्रतिदिन मिल रही है। पत्रकार दीर्घा में बाहरी लोग कुर्सियों पर कब्जा जमा कर बैठ जाया करते हैं और पत्रकार पीछे खड़े रहकर मौन धारण का जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान कर रहा है। होना तो यह चाहिए कि जनसंपर्क विभाग के द्वारा जारी किए गए मीडिया पास में केवल एक मीडिया कर्मी को ही प्रवेश दिया जाना चाहिए। पत्रकारों को पीछे की लाइन में धकेल कर एवं फ्रंटलाइन का मजा अफसरशाहो,नौकरशाहों, कांग्रेसी नेताओं चाटुकार, मीडिया का लबादा ओढ़े कांग्रेसी मीडिया वालो के द्वारा सपरिवार लुफ्त उठाया जा रहा है। जिसका विरोध करने का दम रायगढ़ की मीडिया में नहीं है। अगर इस तरह की बेज्जती, अनदेखी अन्य जिलों के मीडिया कर्मियों के साथ हुआ होता तो अब तक व्यवस्था में सुधार कर दिया जाता।
रायगढ़ शहर में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में ट्रेनी आईपीएस की कर्तव्यनिष्ठा देखने को मिली. ट्रेनी आईपीएस उदित कुमार ने मीडियाकर्मियों को समझाइश देनी महंगी पड़ गई। उन्होंने NEWS 24 मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और लल्लूराम डाॅट काम के वरिष्ठ पत्रकार वैभव शिव पांडेय के साथ गरमा गर्म बहस कर प्रदेश सरकार स्तर पर अपनी पहचान ट्रेनिंग पीरियड के दौरान ही बना ली।
आपको बता दें कि पत्रकार वैभव पांडेय तीन दिनों से रायगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का कवरेज कर रहे. इस आयोजन में कई देशों के रामायण दल अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे हैं. कवरेज के दौरान ट्रेनी आईपीएस उदित कुमार की अफसरशाही देखने को मिली. उन्होंने पत्रकार वैभव पांडेय को देख लेने की धमकी तक दी. इसके बाद वैभव पांडे ने अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अपने साथ शुक्रवार होने की दुर्व्यवहार होने की शिकायत कर दी.जिसके बाद रायपुर से फोन आने के पश्चात रायगढ़ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने 5 मिनट के भीतर पत्रकार दीर्घा में जाकर बिफरे पत्रकार के साथ सहानुभूति पूर्ण बातें कर मामले का सुखद पटाक्षेप करवाया गया.
ट्रेनी आईपीएस उदित कुमार के इस बर्ताव से पत्रकार वैभव शिव पांडेय मानसिक प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं.