🎤 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़…. कितने 15 अगस्त कितने 26 जनवरी के महापर्व आए और चले गए और आते रहेंगे। राष्ट्रीय पर्वों पर उत्कृष्ट कार्य करने वालो को राष्ट्रीय स्तर प्रदेश स्तर पर सम्मानित किए जाने की स्वस्थ परंपरा रही है और आगे भी रहेगी।
पुरस्कार, सम्मान पाने के असली हकदार है चक्रधर नगर थाना के पूर्व थाना प्रभारी विवेक पाटले एवं वर्तमान धरमजयगढ़ पुलिस अनुविभागीय अधिकारी दीपक मिश्रा…. रायगढ़ जिला के पूर्व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह अपने कार्यकाल के दौरान वर्षों पूर्व रायगढ़ के निकट ग्राम संबलपुरी में 2 महिलाओं की हत्या से संबंधित बंद हो चुकी फाइल को पुनः खुलवा कर विवेचना का जिम्मा थानेदार विवेक पाटले को सौंपा गया था। उक्त हत्याकांड की नए सिरे से जांच करना मानो आसमान से तारे तोड़कर लाना था। विवेक पाटले पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के आदेश को प्राथमिकता देते हुए ब्लाइंड मर्डर केस की तहकीकात शुरू कर दिए थे. उक्त हत्याकांड का सबसे बड़ा सर दर्द मृत्युकाओ की पहचान करना था। एस पी संतोष कुमार सिंह दिशा निर्देश पर रायगढ़ जिले के आसपास के गांवों से लेकर उड़ीसा के बेलपहार, बृजराजनगर, झाड़सुगुड़ा,राउरकेला क्षेत्र के गांवों में गुम इंसान से संबंधित जानकारी बटोरनी शुरू की गई तो उसका सकारात्मक परिणाम निकला. मृतिकाओ की पहचान ब्रजराजनगर के विधायक अनूप मंडल के करीबी के रूप में की गई। बीजू जनता दल के कद्दावर नेता अनूप मंडल से पूछताछ करना मानो मधुमक्खी के छत्ते पर हाथ डालने के समान था क्योंकि अनूप मंडल के हजारों समर्थक थे। ऐसी दशा में अनूप मंडल को रायगढ़ लाकर पूछताछ करना पुलिस के सामने चुनौती थी। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने झारसुगुड़ा के पुलिस अधीक्षक को उक्त घटना की जानकारी देते हुए. उनसे सहयोग मांगा गया और पुलिस प्रोटक्शन में अनूप मंडल को रायगढ़ लाया गया. पुलिसिया पूछताछ से अनूप मंडल में घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया और सुनियोजित हत्याकांड का खुलासा करते हुए स्वयं को आरोपी साबित करवा दिया गया. इसके बाद अनूप मंडल को जेल भिजवाया गया. रायगढ़ पुलिस की उक्त सफलतम कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा में जमकर वाहवाही बटोरी थी। उक्त अंधे दोहरे हत्याकांड के खुलासा करने पर तत्कालीन चक्रधर नगर थाना प्रभारी विवेक पाटले को गृहमंत्री के हाथों सम्मानित किया जाना चाहिए.
इसी तरह से रायगढ़ जिला पुलिस के धरमजयगढ़ पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी दीपक मिश्रा को सम्मानित किया जाना समय की मांग है। रायगढ़ जिले में किसी भी थाना क्षेत्र में होने वाले अंधे कत्ल का खुलासा करने के लिए दीपक मिश्रा को मास्टरमाइंड माना जाता है। दीपक मिश्रा के आंखों के नीचे स्याह स्पॉट उनके द्वारा की जाने वाली विवेचना का परिणाम माना जाता है जो नींद पूरी ना होने की वजह से 1 जाया करते हैं। साइबर ठगी,लूट,छींतई, अपहरण,बलात्कार,चोरी, डकैती, राहजनी,फिरौती अभी सभी अपराधिक मामलों की कलई खोलने के लिए दीपक मिश्रा को स्पेशलिस्ट माना जाता है। मिश्रा रायगढ़ पुलिस की नाक है आन बान शान है।