🎤टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ … 10 अगस्त से शुरू की गई प्रदर्शनी आज तक की सबसे ऐतिहासिक प्रदर्शनी है। जिसमें दिनों दिन दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है। जिला कलेक्टर, एस डी एम, नगर निगम आयुक्त, मंत्री उमेश पटेल विधायक प्रकाश नायक, जिला पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नगर पुलिस अधीक्षक, समस्त जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे समय निकालकर इस मेला प्रदर्शनी को देखने अवश्य पधारे एवं मीना बाजार संचालक की हौसला अफजाई करें।
प्रदर्शनी में लगभग 14 झूले, 100 से अधिक दुकानें, मौत का कुआं, आदि के अतिरिक्त सबसे ज्यादा आकर्षण करने वाली चीज फिश टनल है। इस टनल की खासियत यह है कि इसके अंदर तरह-तरह की समुद्री मछलियों को रखा गया है जो इधर से उधर विचरण करती रहती है। जिसे देखकर बच्चों,जवान बूढ़े को आत्मिक शांति मिलती है और प्रसन्नता होती है। इस एक्वेरियम में 100 एम एम कांच लगाया गया है। जो आंधी तूफान से भी नही हिलने वाले है। सुरंग रूपी टनल के अंदर आकर्षक लाइटिंग व्यवस्था की गई है एवं दर्शकों की सुविधा के लिए 36 एयर कंडीशन लगाए गए हैं। सांप रूपी, मगरमच्छ रूपी, घोड़ा रूपी, तोता रूपी, आदि तरह की मछलीयो देखकर दर्शक दांतो तले उंगलियां दबा लेते हैं। इस टनल की देखरेख, साफ सफाई, बिजली, पानी,मछली के भोजन पर प्रतिदिन लगभग 50 हजार रुपया खर्च करना पड़ता है। रंग बिरंगी आकर्षक मछलियां दुबई एवं सिंगापुर से मंगाई गई बताया जा रहा है। ए
प्रदर्शनी मैदान में पान से लेकर खानपान के अतिरिक्त खरीददारी करने के लिए दुकानें सजाई गई है। कपड़े,जूते,चश्मे, क्राकरी, मनिहारी फैंसी आदि सामानों की पूर्ण व्यवस्था की गई है। प्रदर्शनी के भीतर एक बहुत बड़ी होटल भी खोली गई है। जहां स्वादिष्ट नाश्ता किया जा सकता है। पार्किंग व्यवस्था इतनी बड़ी है कि सैकड़ो चार पहिया वाहन एवं हजारों दो पहिया वाहन खड़े किए जा सकते हैं.